कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी की प्रतिबद्धता की तारीफ की है। उन्होंने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा शुरू होने के तीसरे ही दिन राहुल गांधी घुटने की गंभीर समस्या का सामना कर रहे थे, वह समय उनके लिए काफी मुश्किल भरा था। वेणुगोपाल ने कहा कि यात्रा के शुरुआती दिनों में एक स्थिति ऐसी आई थी,जब राहुल गांधी घुटने की समस्या का सामना कर रहे थे। तब उन्होंने सोचा उनकी जगह कोई और यात्रा का नेतृत्व करे।
किसी और वरिष्ठ नेता को यात्रा की कमान सौंपने पर किया था विचार
वेणुगोपाल ने कहा कि प्रियंका गांधी ने भी इस बात की घोषणा कर दी थी कि शायद गंभीर दर्द के कारण राहुल को पदयात्रा छोड़नी पड़ सकती है और किसी अन्य वरिष्ठ नेता को यात्रा की कमान सौंपी जा सकती है। केरल के भारत जोड़ो यात्रियों को सम्मानित करने के लिए राज्य में कांग्रेस मुख्यालय में एक समारोह आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में वेणुगोपाल ने बताया, “कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा के तीसरे दिन, केरल में प्रवेश करने पर उनके (राहुल गाधी) घुटने का दर्द बढ़ गया था। एक रात उन्होंने मुझे अपने घुटने के दर्द की गंभीरता के बारे में बताने के लिए बुलाया और उनकी जगह किसी और नेता को अभियान की कमान संभालने का सुझाव दिया।”
7 सितंबर, 2022 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से यात्रा की शुरुआत हुई थी। केरल में प्रवेश करने के दौरान के घटनाओं के क्रम का वर्णन करते हुए वेणुगोपाल ने कहा कि राहुल गांधी के बिना यात्रा कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए अकल्पनीय थी।
कांग्रेस महासचिव ने कहा, “इसके बाद प्रियंका गांधी का फोन आया और राहुल गांधी के घुटने के दर्द की गंभीरता के बारे में बताया। उन्होंने किसी और वरिष्ठ नेता को अभियान सौंपने का सुझाव देने के बारे में भी सोचा।” उन्होंने बताया कि उस समय सभी हाथ जोड़कर उनके ठीक होने की कामना कर रहे थे। इसके बाद राहुल गांधी ने एक फिजियोथेरेपिस्ट का सुझाव दिया, जिन्हें उनकी मेडिकल टीम में शामिल किया गया और उनका इलाज किया। वेणुगोपाल ने समारोह में कहा, “ईश्वर की कृपा से उनका दर्द ठीक हो गया।” राहुल गांधी के नेतृत्व में यात्रा ने 10 सितंबर को केरल में प्रवेश किया था और 19 दिनों तक कांग्रेस नेता यहां रहे।
बता दें कि 30 जनवरी को जम्मू कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा का समापन किया गया था। चार महीने चली इस यात्रा में राहुल गांधी के साथ कई दलों के नेताओं ने भी हिस्सा लिया था। यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक लगभग 4,000 किलोमीटर की अपनी महत्वाकांक्षी 145-दिवसीय यात्रा को पूरा किया था।