उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को मथुरा पहुंचे। वे यहां जीएलए विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। सीएम योगी ने जीएलए विवि के 11वें दीक्षांत समारोह में उपाधि प्रदान की। इससे पूर्व कुल सचिव और कुलाधिपति का स्वागत संबोधन हुआ। सीएम योगी ने इस दौरान कहा कि राम, शिव और कृष्ण ही भारत की पहचान हैं। तीनों के प्रति पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक आस्था है और ऐसा जब तक रहेगा भारत का बाल भी बांका नहीं होगा।
सीएम ने कहा कि ‘आप मंदिर जाएं या न जाएं। पूजा करें या न करें। ये आपके विषय हैं। आप लेटकर, बैठकर कैसे भी पूजा करते हैं। ये आपका विषय है। आस्था को किसी पर थोपने का काम नहीं किया, हमने सबको जोड़ने का काम किया। ज्ञान के लिए सभी दिशाओं को खुला रखो। जैसे एक विदेशी आक्रांता ने नालंदा के सबसे बड़े पुस्तकालय में आग लगाई थी। लोगों ने समझाया कि भारत की धरोहर को नष्ट करने का काम कर रहे हैं। उसने कहा कि कैसा ज्ञान…, क्या इसमें जो ज्ञान है, वो कुरान से ज्यादा है। अगर है तो उसकी हमें जरूरत नहीं है। इस विकृत मानसिकता को दुनिया ने स्वीकार नहीं किया। जब भी कोई अपनी बात को जबरन दुनिया पर थोपता है, तो उसे मान्यता नहीं मिलती है।’
सीएम योगी ने कहा कि ‘जब साधना नहीं थी, तब भी नालंदा जैसे विश्वविद्यालय दुनिया को रास्ता दिखाते थे। युवा वहां पर ज्ञान प्राप्त करते थे। ऐसे ही उदाहरण पेश करने होंगे। ये सरकार के भरोसे नहीं होगा। ये आपके और सरकार के सामूहिक प्रयास से होगा।’
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जीएलए विश्वविद्यालय के 11वें दीक्षांत समारोह में सीएम योगी ने विभिन्न पाठ्यक्रमों के मेधावियों को 22 गोल्ड मेडल, 22 सिल्वर मेडल और 3136 उपाधियां दीं। पीएचडी के 47, बीएससी ऑनर्स बायोटेक के 42, बीएससी ऑनर्स कैमिस्ट्री के 27, बीएससी ऑनर्स फिजिक्स के 16, बीए ऑनर्स, इकोनॉमिक्स के 13, बीबीए के 174, बीबीए ऑनर्स 114, बीबीए फैमिली बिजनेस 38, बीकॉम ऑनर्स ग्लोबल एकाउंटिंग 18, बीकॉम ऑनर्स 88, बीटेक सिविल इंजीनियरिंग 56, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग 62, इलेक्ट्रॉनिक्स 2, मैकेनिकल इंजीनियरिंग 129, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग 103, कम्प्यूटर साइंस के 765, बीटेक सीएस सीसीवी 35, बीटेक सीएस डीए 37, एलएलएम सीडीपीएल के 5 विद्यार्थियों को उपाधि दी गई।