माता जानकी की नगरी से भगवान राम रूपी आए देवशिला को देखने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा है. जनकपुर से अयोध्या तक इसका भव्य स्वागत हुआ. इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया और टीवी मीडिया के जरिए सबने देखी होंगी. लेकिन, रामनगरी में रामशिला को देखने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा है. जिस पाषाण से आराध्य के शरीर का निर्माण होगा यानी भगवान राम को जिस रूप में लोग पूजते हैं, उस स्वरूप के निर्माण के लिए आए पत्थर के साथ लोग सेल्फी ले रहे हैं.
जगत के आराध्य का स्वागत कुछ इस तर्ज पर हो रहा है मानो लंका विजय कर के भगवान राम अयोध्या आए हों. धर्मआचार्यों की मानें तो विशालकाय देवशिला को अभी से ही प्रभु श्रीराम की संज्ञा दे दी गई है. लोग कहते हैं कि भगवान राम बड़े विशालकाय पत्थर में हैं और छोटे पत्थर में भगवान राम के अनुज लक्ष्मण हैं. श्रीराम और लक्ष्मण की श्रद्धा में राम भक्त ओत-प्रोत हो रहे हैं. राम नगरी राममय हो चुकी है.
देवशिला के अयोध्या पहुंचने पर राम भक्त ले रहे सेल्फी
स्थानीय संत रविदास बताते हैं कि लोग देवशिला के साथ सेल्फी ले रहे हैं. ऐसा कर वो भगवान को अपनी यादों में रखना चाहते हैं. जब राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा तो वो सेल्फी में ली गई इस तस्वीर को अपने आने वाले पीढ़ी को दिखाएंगे. किसी पत्थर से भगवान रामलला की प्रतिमा बनाई गई है. वो अपनी याददाश्त और मेमोरी के लिए सेल्फी लेकर उसको रखना चाहते हैं.
वहीं, श्रद्धालु लता बताती हैं कि हम लोग अयोध्या में दर्शन-पूजन करने आए थे. रास्ते में इस यात्रा को देखा था तो उस टाइम इस शिला का दर्शन नहीं हो पाये थे. आज अयोध्या में दर्शन कर प्रफुल्लित हूं. जब मंदिर बन जाएगा तो पूरी दुनिया से लोग आएंगे, हम भी आएंगे. हर तरफ से लोग इंतजार कर रहे हैं कि भगवान राम का मंदिर जल्दी बने.
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एक अन्य श्रद्धालु पुनीत बताते हैं कि हमलोग दिल्ली से आए हैं. अयोध्या मंदिर में दर्शन करने आए थे. लेकिन, संयोग है कि यह शिला हमें रास्ते में मिली. हमने शिला का दर्शन किया, बहुत अच्छा लग रहा है. जिस तरह से हजार वर्षों का स्वप्न साकार हो रहा है. यहां आने के बाद मुझे भी ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मैं भी हजारों साल का प्रतीक्षा कर रहा था.