मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को सरोजनीनगर के सैनिक स्कूल में एग्जाम पर चर्चा कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस मौके पर उन्होंने निपुण भारत मिशन में विद्या समीक्षा केंद्र का उद्घाटन भी किया। साथ ही उन्होंने 10वीं और 12वीं के उन 1698 बच्चों को टैबलेट और स्मार्ट फोन भी दिए। यह वह बच्चे है जिन्होंने साल 2021-2022 में राष्ट्रीय लेवल पर अच्छे नंबर हासिल किए हैं।
सीएम योगी ने बच्चों को सम्मान देने के साथ ही एग्जाम वॉरियर्स किताब भी दी। यह किताब पीएम नरेंद्र मोदी ने 10वीं और 12वीं के बच्चों के स्ट्रेस को कम करने के लिए लिखी है। उन्होंने कहा, हर बच्चे को एग्जाम एक रूटीन वर्क की तरह ही लेना चाहिए। सरकार ऐसे कार्यक्रम अलग-अलग राज्यों में भी करवा रही है। जिससे बच्चों का कॉन्फिडेंस बढ़ें।
देश में लड़कों से आगे लड़कियां
सीएम योगी ने कहा, “इस कार्यक्रम में 873 छात्रा और 825 छात्र है जिन्हे ये अवॉर्ड मिले हैं। यह संख्या लड़कियों के मन में आगे बढ़ने और कुछ कर गुजरने की भावना दिखाती है। UP के साथ, CBSE और ICSE बोर्ड में यह देखने को मिला है कि लड़कियां हमेशा आगे हैं।”
सीएम योगी ने कहा, “लड़कियों के पेरेंट्स उनपर उतना ध्यान नहीं देते हैं। जितना लड़कों पर दिया जाता है। लड़कियों को हमेश घर के काम करने पर फोकस करते हैं। लड़कियों से ज्यादा लड़कों को पढ़ाई और नौकरी के लिए सपोर्ट किया जाता है। इसी को देखते हुए हमारी सरकार लड़कियों को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है। ताकि उनके साथ कोई भेदभाव न हो सके।
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ग्रेजुएट तक दी लड़कियों को फ्री शिक्षा
सीएम योगी ने आगे कहा, “हम प्रयास करते हैं कि लड़िकयों के साथ भेदभाव न हो। ग्रेजुएट तक फ्री पढ़ाई की व्यवस्था की गई है। हमारी सरकार ने लड़कियों के लिए जन्म से लेकर अपने पैर पर खड़े होने तक कन्या सुमंगला योजना की शुरूआत की है।”
सीएम योगी ने हस्ते हुए आगे कहा, “सीएमएस स्कूल के फाउंडर जगदीश गांधी बच्चों पर पढ़ाई का दबाव डालते हैं। अगर ऐसे फाउंडर होंगे तो बच्चे आगे नहीं बढ़ पाएंगे। पढा़ई के स्ट्रेस से ही डिप्रेशन में चले जाएंगे। तनाव में कभी भी पढ़ाई नहीं करनी चाहिए।”