उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (lucknow building collapse) के हजरतगंज इलाके मंगलवार की बहुमंजिला इमारत ढहने से अफरा तफरी मच गई. बहुमंजिला इमारत के ढहने के कारण मलबे में कई लोग दब गए. जानकारी के मताबिक अबतक मलबे से 14 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. वहीं 3-4 लोगों के अब भी इमारत में दबे होने की संभावना है. इसके लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. बता दें कि इमारत के ढहने की घटना सभी के लिए भयावह थी.
इस बिल्डिंग में मौजूद लोगों द्वारा सुनाई कई दास्तां के मुताबिक इमारत गिरने का मंजर बेहद भयावह था. जो इलेक्ट्रीशियन अपने साथियों संग काम कर रहे थे वे भी बिल्डिंग गिरने के बाद मलबे में धंस गए. इलेक्ट्रीशियन इरफान और उनके दोस्त को भी इस घटना में चोट आई है.
इस मामले में प्रशासन ने अपार्टमेंट के बिल्डर और भवन मालिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए हैं. लखनऊ की मंडलायुक्त रोशन जैकब ने लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को बुधवार को निर्देश दिया कि हजरतगंज की वजीर हसन रोड पर बनाए गए ‘अलाया’ अपार्टमेंट के ढहने के मामले में उसके भवन मालिक मोहम्मद तारीफ, नवाजिश और शाहिद के साथ-साथ अपार्टमेंट के बिल्डर यजदान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए.
मंडलायुक्त ने यह भी आदेश दिए हैं कि लखनऊ शहर में यजदान बिल्डर द्वारा बनवाई गई अन्य इमारतों को चिह्नित कर उनकी जांच की जाए और अवैध निर्माण या खराब गुणवत्ता वाले निर्माण की स्थिति में तत्काल ध्वस्तीकरण कराया जाए.
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गौरतलब है कि लखनऊ के हजरतगंज क्षेत्र वजीर हसन मार्ग पर मंगलवार को एक बहुमंजिला इमारत ढह गई. इस घटना में अब तक 14 लोगों को मलबे से निकाले जाने की खबर है. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के दल मौके पर बचाव अभियान चला रहे हैं. प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने बताया कि जिले के सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि चार मंजिला इमारत में 12 फ्लैट थे जिनमें से नौ में लोग रह रहे थे.