देश में लाखों लोगों की मौत का पर्याय बन चुके कोरोना वायरस की वजह से बीते लगभग 7 महीनों से बंद उत्तर प्रदेश के शिक्षण संस्थान सोमवार यानी कि आज से सशर्तों के साथ खुल रहे हैं। सरकार ने इन शिक्षण संस्थानों के खुलने के लिए सख्त गाइडलाइन जारी की है। शिक्षण संस्थानों को इस गाइडलाइन का पालन करने का आदेश दिया है।
दरअसल, कोरोना वायरस के कहर से देश को बचाने के लिए बीते 23 मार्च से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदेश पर पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया गया था। तभी से सभी शिक्षण संस्थान भी बंद कर दिए गए थे। देश में अब अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिसके पांचवे चरण में सरकार ने शिक्षण संस्थानों को खोलने का आदेश सुनाया है।
मिली जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश में आज से कक्षा 9 से 12 के छात्रों के लिए स्कूल खुलेंगे। छात्रों को स्कूल भेजने या न भेजने का निर्णय अभिभावकों के पास ही होगी।
शिक्षण संस्थानों के लिए सरकार ने जारी की यह गाइडलाइन
फर्नीचर, स्टेशनरी, कैंटीन, लैब के साथ ही पूरे परिसर और क्लास रूम को रोज सैनिटाइज करना होगा। एक क्लास में एक दिन में 50 फीसदी बच्चे ही बैठेंगे। दूसरे दिन बाकी के बच्चों की पढ़ाई होगी। दो स्टूडेंट्स के बीच 6 फीट की दूरी अनिवार्य होगी। इसके अलावा सबसे सख्त नियम ये है कि कोई भी स्टूडेंट अपने अभिभावक की बिना लिखित अनुमति के स्कूल नहीं आ सकेगा।
इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जाएगा। कोशिश ये रहेगी कि अभिभावक खुद बच्चे को लाएं और लेकर जाएं। बच्चे को यूनिफार्म में फुल आस्तीन की शर्ट, फुल पैंट और जूते-मोजे पहनना जरूरी होगा। गाइडलाइंस का पालन बहुत अनिवार्य होगा। क्लासरूम में मास्क उतारने की अनुमति नहीं होगी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइन में कहा गया है कि स्कूलों की तरफ से स्टूडेंट्स पर कक्षाओं में आने के लिए कोई दबाव नहीं डाला जाएगा। यहां तक कि स्कूल जाने के लिए छात्रों को अभिभावकों की लिखित अनुमति को सबसे जरूरी माना गया है। इसके अलावा स्कूल ऑनलाइन कक्षाएं पहले की तरह जारी रख सकेंगे।