दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के प्रस्ताव को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मान लिया है और अगर सब ठीक रहा तो 24 जनवरी को दिल्ली नगर निगम को नया मेयर मिल जाएगा. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने एमसीडी में चल रही उठापटक के बीच उपराज्यपाल वीके सक्सेना को 18, 20, 21 या 24 जनवरी को मेयर का चुनाव कराने का प्रस्ताव भेजा था. जिस पर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने 24 जनवरी को चुनाव कराने की मंजूरी दे दी है. उपराज्यपाल ने 24 जनवरी को एमसीडी की बैठक बुलाई है जिसमें पहले पार्षदों का शपथ ग्रहण होगा फिर मेयर का चुनाव होगा.
मनीष सिसोदिया ने उपराज्यपाल से की थी गुजारिश
इससे पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एमसीडी में चल रही उठापटक पर भी विराम लगाने की गुजारिश करते हुए उपराज्यपाल को जो प्रस्ताव भेजा था, उसमें उन्होंने लिखा था कि एमसीडी पिछले 8 महीने से बिना मेयर के काम कर रहा है, इसलिए मेयर का चुनाव कराने में और देर करना ठीक नहीं है. दिल्ली की जनता ने अपने-अपने क्षेत्र में अपने मनपसंद प्रतिनिधि को चुना है, जो बगैर शपथ ग्रहण लिए कोई कार्य करने के लिए अधिकृत नहीं है.
24 जनवरी की तारीख पर उपराज्यपाल ने लगाई मुहर
मनीष सिसोदिया के प्रस्ताव के बाद नगर निगम के सदन की बैठक बुलाने के लिए उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मंजूरी दे दी है और 24 जनवरी को निगम मुख्यालय सिविक सेंटर में यह बैठक बुलाई है. बैठक में पार्षदों के साथ मनोनीत सदस्यों और निर्वाचित सदस्यों का सबसे पहले शपथ ग्रहण होगाउसके बाद मेयर और डिप्टी मेयर के साथ स्थायी समिति के छह सदस्यों का चुनाव कराया जाएगा.
30 जनवरी का दिया गया था प्रस्ताव, सिसोदिया ने किया विरोध
बता दें कि नगर निगम ने 30 जनवरी को मेयर का चुनाव कराने का प्रस्ताव दिया था, जिसका उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने विरोध करते हुए जल्द से जल्द चुनाव कराने को कहा था और इसके साथ ही 18, 20, 21 व 24 जनवरी की तारीख का प्रस्ताव उपराज्यपाल को भेजा था. इसके बाद उपराज्यपाल ने 24 जनवरी को इसकी तारीख की घोषणा कर दी है.
दिल्ली नगर निगम की 24 जनवरी को होनेवाली बैठक में पीठासीन अधिकारी कौन होगा अभी यह स्पष्ट नहीं है. हो सकता है आने वाले एक दो दिन में इसको लेकर स्थति स्प्षट हो जाए. क्योंकि इससे पहले मेयर के चुनाव से पहले हंगामा हो चुका है और इस वजह से मेयर का चुनाव नहीं हो सका.