‘भारत जोड़ो यात्रा’ (Bharat Jodo Yatra) के जम्मू कश्मीर पहुंचने से पहले आज कांग्रेस पार्टी (Congress) को बहुत बड़ी खुशखबरी मिली। दो महीने पहले गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) के साथ कश्मीर के जो बड़े नेता पार्टी छोड़ कर चले गए थे, आज उनमें से कई बड़े नेताओं की घर वापसी हो गई। आज पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद और पूर्व मंत्री पीरजादा के नेतृत्व में आजाद की पार्टी डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी को छोड़ 17 बड़े नेता कांग्रेस में फिर से शामिल हो गए। इन नेताओं का स्वागत दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में सगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल और प्रभारी रजनी पाटिल ने किया।
दो महीने पहले छोड़ दी थी पार्टी
दो महीने पहले जब कांग्रेस नेतृत्व से अनबन के बाद गुलाम नवी आजाद ने कांग्रेस पार्टी छोड़ा था उस वक्त जम्मू कश्मीर का लगभग पूरा प्रदेश नेतृत्व गुलाम नवी आजाद के साथ उनकी नई पार्टी डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी में चला गया था। लेकिन दो महीने बाद ही अब उनमें से ज्यादातर नेता कांग्रेस में घर वापसी कर चुके हैं। आज कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद ने कहा की वो दोस्ती निभाने के चक्कर में गुमराह होकर आजाद के साथ चले गए थे। लेकिन बाद में उन्हें एहसास हो गया की उनसे गलती हो गई। उन्होंने अपनी गलती पर माफी मांगते हुए कहा की आज तक उन्हे जो कुछ मिला वो सब गांधी परिवार और कांग्रेस की वजह से मिला। इसी तरह कश्मीर के चार बार के पूर्व मंत्री पीरजादा ने भी स्वीकार किया की आजाद के साथ जाना उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी भूल थी। उन्होंने कहा प्रदेश में सेक्युलरिज्म को सिर्फ कांग्रेस ही मजबूत कर सकती है। इन दोनो नेताओं ने कहा की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर जम्मू कश्मीर के लोगों में बहुत उत्साह है। और ये यात्रा के समापन में कश्मीर में कांग्रेस के साथ दूसरे विपक्षी दल के नेता भी शामिल होंगे।
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नेता बोले- छुट्टी पर गए थे वापस लौटे हैं
कांग्रेस में घर वापसी कर कश्मीर के 17 वरिष्ठ नेताओं का स्वागत करते हुए संगठन महासचिव ने कहा की ये पार्टी छोड़कर नहीं गए, ये दो महीने की लीव पर थे और छुट्टी खत्म होते ही वापिस लौट गए हैं। वही प्रभारी रजनी पाटिल ने कहा की ये तो शुरुआत है आगे और लोग पार्टी में शामिल होंगे। गुलाम नबी आजाद के घर वापसी पर वेणुगोपाल ने कहा की उनके वापसी का सवाल नही पैदा होता क्योंकि उन्होंने खुद ही ट्वीट कर अपनी स्थिति साफ कर चुके हैं। आज कांग्रेस में शामिल हो रहे नेताओं ने इशारों इशारों में कहा की आजाद ने पार्टी किसके इशारे पर बनाई है ये बात अब घाटी के सभी लोग समझने लगे हैं।
कांग्रेस के लिए बड़ी उपलब्धि
कुल मिलकर भारत जोड़ो यात्रा के जम्मू कश्मीर पहुंचने से पहले कांग्रेस के पुराने नेताओं की घर वापसी पार्टी की बड़ी उपलब्धि है। वही कांग्रेस छोड़कर अपनी नई पार्टी बनाने वाले गुलाम नवी आजाद के लिए बड़ा सेटबैक है। इनमे से कई नेता ऐसे है जो प्रदेश की राजनीति में आजाद के शागिर्द माने जाते थे। इनका मोहभंग होने से साफ है की उन्हे आजाद के नेतृत्व में अपना राजनीतिक भविष्य सुरक्षित नज़र नही आ रहा था। दूसरा कांग्रेस के सामने भी राज्य में चुनौती थी। यात्रा का समापन कश्मीर में 30 जनवरी को होना है। इसलिए पार्टी ने अपनी पूरी ताकत लगाते हुए अपने पुराने कुनबे की घर वापसी करा ली।