संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। ऐसे में चीन के मुद्दे से लेकर महंगाई तक विपक्ष मोदी सरकार को सदन के अंदर घेरने में लगा हुआ है। इसी कड़ी में बुधवार को संसद के सेंट्रल हॉल में कांग्रेस संसदीय दल की बैठक हुई। जिसमें सोनिया गांधी ने चीन की घुसपैठ पर चिंता व्यक्त की।
कांग्रेस की संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी ने चीन के साथ बढ़ते तनाव पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार चर्चा नहीं कराने के अड़ियल रुख पर कायम है, जबकि जनता और सदन चीन की असल स्थिति जानने में असमर्थ हैं। इसी के साथ सोनिया गांधी ने सवाल किया कि सरकार चीन के आक्रमण का आर्थिक पाबंदियां लगाकर जवाब क्यों नहीं दे रही है?
विपक्ष की संसद में चर्चा की मांग
बता दें कि विपक्ष के नेता लगातार सदन में चीन के साथ हुए टकराव पर संसद में चर्चा की सरकार से मांग कर रहे हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं ने तवांग में भारत-चीन झड़प पर चर्चा की मांग करते हुए संसद परिसर के अंदर गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
सरकार लोगों के लिए जवाबदेह है: थरूर
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी इस मुद्दे पर कहा कि विपक्ष संसद में भारत-चीन सीमा विवाद पर बातचीत की मांग कर रहा है। सरकार लोगों के लिए जवाबदेह है, हम सब देश की रक्षा के लिए खड़े हैं। सीमा पर क्या स्थिति है, जून 2020 में हमारे 20 जवान क्यों मारे गए थे? ये पता होना चाहिए।
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बीजेपी का पलटवार
वहीं केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि नकली कांग्रेस को बीच-बीच में महात्मा गांधी याद आते हैं ये अच्छी बात है। मैं उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि उनके कार्यकाल में क्या हुआ था, हमने क्या खोया था? नेहरू जी के कारण कितनी जमीन हमने खोई थी, कितना पाया था, उन्हें इसकी जानकारी निकाल लेनी चाहिए। आपको बता दें कि हाल ही में 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत व चीन की सेना के बीच टकराव हो गया था, जिसमें दोनों तरफ की सेना के जवानों को हल्की चोटें आई थी।