समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां के खिलाफ रामपुर उपचुनाव प्रचार के दौरान भड़काऊ भाषण का एक और मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उनके खिलाफ दो दिन में यह दूसरा मामला दर्ज किया गया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव एक दिसंबर को रामपुर आए थे।
चुनाव आयोग पर टिप्पणी करने के आरोप में आजम खां पर एक और मुकदमा
अखिलेश यादव ने विधानसभा उपचुनाव में सपा प्रत्याशी आसिम राजा के समर्थन में किले के मैदान में जनसभा को संबोधित किया था।
इस दौरान आजम खां ने भी भाषण दिया, जिसमें पुलिस और प्रशासन के साथ ही चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा था।
आजम खां ने कहा था कि ‘चीफ इलेक्शन कमिश्नर साहब आप यहां आ जाओ और दे दो सर्टिफिकेट एमएलए का। हम भी ताली बजाएंगे भांडों की तरह। जरूरी थोड़ी भांड गिरी आप ही करो। हमे भी भांड बना लो।’
इतना ही आजम खां यहां तक कह दिया कि ‘अरे ये भांड गिरी से सियासत नहीं होती। भांड गिरी से देश नहीं चलता है।’ उनके इस बयान का वीडियो अब इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इसी मामले को लेकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस मामले में नहर खंड के अवर अभियंता और वीडियो निगरानी टीम के प्रभारी सुरेश कुमार सागर ने शहर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
रिपोर्ट आईपीसी की धारा 153 (ए), 505 (1) (बी) और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 125 के तहत लिखी गई है।
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संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ गलत बयानबाजी करने का आरोप
पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला ने बताया कि आजम खां पर आचार संहिता का उल्लंघन करने के साथ ही संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ गलत बयानबाजी करने का आरोप है, इसीलिए उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। गौरतलब है कि दो दिन पहले ही उनके खिलाफ महिलाओं के बारे में अमर्यादित टिप्पणी करने और भड़काऊ भाषण देने के आरोप में गंज थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है। अब उनके खिलाफ विचाराधीन मुकदमों की संख्या 95 हो गई है ।