कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवजोत सिंह सिद्धू रोडरेज केस में सजा काट रहे हैं। बहुत से राजनीतिक विशेषज्ञों ने दावा किया था कि एक साल में कांग्रेस हाईकमान उन्हें भूला देगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी ने उनको एक पत्र लिखा है। इस पत्र में क्या था, ये तो नहीं पता चल पाया, लेकिन पंजाब के सियासी गलियारों में अलग-अलग तरह की चर्चाएं चल रही हैं।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस पंजाब में सिद्धू की अहमियत समझती है। ऐसे में उनको भुलाया नहीं जा सकता। प्रियंका के पत्र के बाद ये अनुमान लगाया जा रहा कि सिद्धू को जेल से बाहर आते ही बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी। अगले साल 9 राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं, ऐसे में उसमें भी सिद्धू की अहम भूमिका रहेगी। वैसे कांग्रेस के कई नेताओं ने इस पत्र की पुष्टि की, लेकिन किसी ने ये नहीं बताया कि उसमें क्या लिखा हुआ है।
क्यों जेल में हैं बंद?
ये मामला तीन दशक पुराना है। 27 दिसंबर 1988 को सिद्धू अपने दोस्त रुपिंदर सिंह संधू के साथ पटियाला के शेरावाले गेट की मार्केट में जा रहे थे। ये वो दौर था जब सिद्धू देश के जाने-माने क्रिकेटर्स में से एक थे। उस दिन कार पार्क करते वक्त एक बुजुर्ग गुरनाम सिंह से उनकी कहासुनी हो गई। आरोप है कि सिद्धू ने उन्हें घुटने से मारकर गिरा दिया। जिसके बाद उनको अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी हार्टअटैक से मौत हो गई। गुरनाम के परिवार वालों ने सिद्धू को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया था। मामला कोर्ट पहुंचा और उन्हें मई 2022 में एक साल की सजा हुई।