राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने शुक्रवार को कहा कि राजनीति में महत्वाकांक्षा रखना वाजिब है लेकिन फर्क नजरिये का होता है।
गहलोत का यह बयान ऐसे समय में आया है जब दो दिन पहले ही पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा मुख्यमंत्री गहलोत की ‘बड़ाई’ किए जाने पर कटाक्ष करते इसे ‘रोचक घटनाक्रम’ बताया था और पार्टी आलाकमान से राज्य में मुख्यमंत्री पद को लेकर ‘अनिर्णय’ की स्थिति को समाप्त करने को कहा था। पार्टी में आंतरिक चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने बारां में बिना किसी का नाम लिए संवाददाताओं से कहा, राजनीति में हर किसी की थोड़ी-बहुत महत्वाकांक्षा होती है और होनी भी चाहिए है। यह नजरिया है जिससे फर्क पड़ता है।
सत्ताधारी दल में आंतरिक कलह का खंडन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस पर और कुछ नहीं बोलना चाहते हैं और कहा कि राज्य और देश के हित में राजस्थान में अगला विधानसभा चुनाव जीतना जरूरी है। इसके साथ ही गहलोत ने कहा कि चार साल पूरे करने जा रही उनकी सरकार के खिलाफ कोई ‘सत्ताविरोधी’ लहर नहीं है। उन्होंने कहा कि अगला विधानसभा चुनाव सरकार के शासन, कामकाज और कल्याणकारी योजनाओं के एजेंडे पर लड़ा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस 2018 के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद सत्ता में आई थी। तब पार्टी आलाकमान ने गहलोत को मुख्यमंत्री व पायलट को उपमुख्यमंत्री पद दिया था।
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हालांकि 2020 में कुछ विधायकों ने पायलट की अगुवाई में गहलोत के खिलाफ बगावत कर दी। पार्टी आलाकमान के हस्तक्षेप से मामला सुलझा गया लेकिन पायलट को उपमुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया।