लखीमपुर कांड के आरोपितों को लेकर घटनास्थल पर पहुंची SIT की टीम, किया जा रहा रिक्रीएशन

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में एक सप्ताह पहले निघासन थाना क्षेत्र में दो सगी बहनों के साथ दुष्कर्म कर उनकी हत्या कर दी गई थी। गांव की दो दलित बेटियों के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत चार को हिरासत में ले लिया था। जिसके बाद पुलिस कस्टडी रिमांड शुरू हो गई है। वहीं अब एसआईटी ने इस घटना के चारों आरोपियों के साथ घटनास्थल का मुआयना किया है। दरअसल, घटनास्थल पर घटना का रिक्रिएशन किया जा रहा है। बता दें कि दुष्कर्म के बाद उनकी हत्या पर नाबालिगों को फंदे से लटका दिया गया था।

SIT टीम ने घटना का किया रिक्रीएशन

घटनास्थल पर रिक्रीएशन के दौरान एक-एक कर किशोरियों के पुतलों को उस पेड़ तक ले जाया जा रहा है। जहां पर उनको मारने के बाद लटकाया गया था। इस बात की जांच की जा रही है कि किस तरह से नाबालिगों को फंदे पर लटकाया गया। किस तरह से उनकी हत्या की गई। इन सभी घटनाओं को एसआईटी रिक्रीएट करके देख रही है। सीओ निघासन संजय नाथ तिवारी इस टीम की अगुवाई कर रहे हैं और उन्ही की देखरेख में इन घटनाओं का नाट्य रूपांतरण किया जा रहा है। वहीं बुधवार रात 9 बजे पुलिस कस्टडी रिमांड की अवधि पूरी हो जाएगी।

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पीड़ित परिवार ने की आरोपियों को फांसी देने की मांग

इस दिल दहला देने वाली घटना को 6 आरोपियों ने अंजाम दिया था। आरोपी नाबालिगों को बहला-फुलसा कर खेतों की ओर लेकर गए थे। जहां पर उनके साथ दुष्कर्म कर उनकी हत्या कर दी थी। वहीं नाबालिगों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई थी कि नाबालिगों की दुष्कर्म के बाद रस्सी से गला दबाकर हत्या की गई थी। वहीं मृतक बहनों के परिवार ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए थे। पीड़ित परिवार ने सभी आरोपियों को फांसी देने और उनके घर पर बुलडोजर चलाने की मांग की है। इसके अलावा एससीएसटी आयोग की अध्यक्ष अंजू बाला ने पीड़ित परिवार से मिलकर मामले की विस्तृत जानकारी ली। इसके अलावा उन्होंने पुलिस और प्रशासन की ओर से मिली मदद पर भी बातचीत की थी।