सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने कड़ा कदम उठाते हुए 7 भारतीय और 1 पाकिस्तानी YouTube न्यूज चैनल को IT नियम, 2021 के तहत ब्लॉक किया है। ब्लॉक किए गए YouTube चैनलों के 114 करोड़ से अधिक व्यूज और 85 लाख 73 हजार सब्सक्राइबर थे। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने बताया कि ब्लॉक YouTube चैनलों द्वारा फेक और भारत विरोधी सामग्री फैलाई जा रही थी।
ब्लॉक किए गए चैनलों पर आरोप है कि ये भारत में दहशत पैदा करने, सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने और सांप्रदायिक विद्वेष भड़काने वाले कंटेंट लोगों को परोस रहे थे। इसके अलावा जो भी खबरें इनमें प्रसारित हो रही थीं वो असत्यापित थी।
इससे पहले इसी साल जुलाई में भी भारत सरकार ने 78 यूट्यूब न्यूज चैनल और उनके सोशल मीडिया अकाउंट को ब्लॉक कर दिया था। सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा था कि इन यूट्यूब न्यूज चैनलों और उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स को पूरी तरह से बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया।
जुलाई में अनुराग सिंह ठाकुर ने बताया था कि पिछले दो साल में केंद्र सरकार की तरफ से 560 यूट्यूब यूआरएल को ब्लॉक किया गया। ब्लॉक किए गए इन यूट्यूब न्यूज चैनलों पर व्यूअर्स संख्या 68 करोड़ से भी ज्यादा थी।
इस साल की शुरुआत में भी 16 यूट्यूब न्यूज चैनल को केंद्र सरकार ने बंद किया था। इसमें भारत के 10 चैनल और पाकिस्तान से ऑपरेट होने वाले 6 यूट्यूब न्यूज चैनल शामिल थे। इन चैनलों पर आरोप था कि ये नेशनल सिक्योरिटी और सार्वजनिक व्यवस्था में भारत की छवि को नुकसान पहुंचा रहे थे।ऐसे में आईटी एक्ट 2021 के तहत यह कार्रवाई की हुई थी।
इसके अलावा इसी साल 22 यूट्यूब न्यूज चैनल, तीन ट्विटर अकाउंट और एक फेसबुक अकाउंट को भी ब्लॉक किया गया था। इसके साथ ही एक न्यूज वेबसाइट को भी बंद किया गया था। ब्लॉक किए गए इन चैनलों पर व्यूअर्स संख्या 250 करोड़ पार थी। इस चैनलों पर भारतीय सेना और भारत के विदेशी मामलों को लेकर फेक और भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही थी।