आम आदमी पार्टी की सरकार में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया है कि दिल्ली नगर निगम में 6000 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। उन्होंने इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच की मांग की है। बुधवार को सिसोदिया ने कहा, उन्होंने नगर निगम घोटाला मामले में जांच के लिए उपराज्यपाल विनय सक्सेना को पत्र लिखा है।
उपराज्यपाल को लिखा पत्र गौरतलब है कि केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली के नगर निगम को एक ही यूनिट बनाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय संसद से विधेयक पारित करा चुका है। दिल्ली में सरकार भले ही AAP की हो लेकिन स्थानीय निकाय में भाजपा का दबदबा है। ऐसे में अक्सर AAP और BJP के टकराव वाली खबरें भी सुर्खियों में रहती हैं। अब ताजा घटनाक्रम में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दिल्ली नगर निगम में 6000 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने सीबीआई जांच की मांग करते हुए उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र भी लिखा है।
केंद्र सरकार ने दिल्ली के तीन निगमों को एकीकृत किया
बता दें कि केंद्र सरकार का कहना है कि दिल्ली नगर निगम (संशोधन) विधेयक, 2022 का मकसद, तीन नगर निगमों को एकीकृत करने के बाद अच्छी तरह सुसज्जित इकाई बनाना है। सरकार के मुताबिक संसाधनों का अधिकतम उपयोग हो सके, इस उद्देश्य से मजबूत तंत्र बनाने की कवायद होगी। विपक्षी दलों की आपत्तियों को खारिज करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में अपने वक्तव्य में कहा था कि दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी है। ऐसे में शहर साफ-सुथरा और व्यवस्थित हो, ये केंद्र का भी दायित्व है। उन्होंने कहा था, दिल्ली के लोगों को अधिक पारदर्शी, बेहतर शासन और नागरिक सेवा सुनिश्चित करना सरकार का दायित्व है।
शराब पर भी हो चुका है टकराव
यह भी दिलचस्प है कि गत दिनों दिल्ली में शराब बिक्री को लेकर कानून में बदलाव की पहल करने वाली AAP सरकार और मनीष सिसोदिया पर BJP और कांग्रेस ने कई आरोप लगाए थे। अब ताजा विवाद नगर निगम में 6000 करोड़ के कथित घोटाले का सामने आया है।