भारत ने शनिवार को बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में अपना पहला मेडल जीता। वेटलिफ्टर संकेत सरगर ने पुरुषों के 55 किग्रा वर्ग में सिल्वर मेडल जीता। भारोत्तोलक संकेत महादेव सरगर ने 55 किग्रा वर्ग में अपनी चुनौती शानदार तरीके से पेश की। मेडल मैच में सांगली में जन्में वेटलिफ्टर ने 107 किग्रा का वजन उठाया, जो उनके कड़े प्रतिस्पर्धी मलेशिया के अनिक कासदान के बराबर रहा।
सरगर ने पहले प्रयास में 107 किग्रा का भार सफलतापूर्वक उठाया और इसके बाद उन्होंने शानदार प्रयास से 111 किग्रा का वजन उठाया। वहीं कासदान दूसरे प्रयास में 111 किग्रा वजन उठाने में नाकाम रहे। सरगर ने आखिरी प्रयास में कुछ किग्रा वजन और बढ़ाया और यह भी साफ प्रयास रहा जब उन्होंने 113 किग्रा वजन उठाया। कासदान एक बार फिर वजन उठाने में नाकाम रहे और स्नैच में 107 किग्रा के साथ दूसरे स्थान पर रहे।
21 साल के सरगर ने पहले क्लीन एंड जर्क प्रयास में 137 किग्रा वजन उठाकर मेडल सुनिश्चित कर दिया था। उनके 139 किग्रा वजन का दूसरा और तीसरा प्रयास सफल नहीं हुआ। संकेत का गोल्ड जीतना तय नजर आ रहा था कि तभी मलेशिया के बिन कासदान ने आखिरी प्रयास में 142 किग्रा का वजन उठाकर भारतीय वेटलिफ्टर को पीछे छोड़ दिया। बिन कासदान का क्लीन एंड जर्क में यह सीडब्ल्यूजी में रिकॉर्ड है। सरगर ने 2021 में कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप्स में गोल्ड मेडल जीता था जब उन्होंने स्नैच वर्ग में 113 किग्रा वजन उठाया था।
स्नैच और क्लीन एंड जर्क में फर्क क्या है?
लिफ्टिंग करने के दो तरीके हैं- स्नैच और क्लीन एंड जर्क। स्नैच में आपको दो सेकंड के ऊपर वजन को ऊंची पोजीशन पर ले जाना होता है। वहीं क्लीन एंड जर्क में एथलीट को हवा में शुरूआत से अंत तक 7 से 10 सेकंड तक वजन रखना पड़ता है। इसमें 4-5 दूसरा अंतर भी शामिल होता है।