लखनऊ। लगातार पत्राचार, मुलाकात के बावजूद पिछले दो अर्से से लटकी पदोन्नति से नाराज उत्तर प्रदेश राजस्व निरीक्षक संघ की आपात बैठक में आन्दोलन में जाने की घोषणा की गई। बैठक में कहा गया कि राजस्व परिषद के कुछ पूर्व अधिकारियों की गल्ती के करण राजस्व निरीक्षक पदोन्नति से वचित है। इस बैठक में मौजूद राज्य कर्मचारी सुयुक्त परिषद के महामंत्री शिवबरन सिह यादव ने मुख्यमंत्री से उपरोक्त मामले में हस्तक्षेप तथा राजस्व परिषद को तत्काल पदोन्नति आदेश दिये जाने की मांग रखी।
डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ लोक निर्माण विभाग के प्रेक्षागृह में राजस्व निरीक्षक संघ की प्रान्तीय कार्यकारिणी की बैठक में पदोन्न्ति सहित अन्य मांगों पर ध्यान न दिये जाने पर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री का ध्यानाकर्षण किया गया। संघ के प्रदेश अध्यक्ष अरविन्द शर्मा ने कार्यकारिणी आए प्रदेश के पदाधिकारियों से एकजुटता का आहवान करते हुए शासन और राजस्व परिषद को इस मामले में तत्काल निर्णय के लिए एक आन्दोलन के लिए तैयार रहने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि यदि शासन हमारी मांगों पर ध्यान नही देता तो आन्दोलन पर जाना हमारी मजबूरी होगी। उन्होंने कहा कि हम इस पूरे माह पदोन्नति का इंतजार करेगें वरना नवम्बर माह से आन्दोलन हमारी मजबूरी होगी। संगठन के संरक्षक और राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री शिवबरन सिंह यादव ने अपर मुख्य सचिव और अध्यक्ष राजस्व परिषद से इस मामले में तुरन्त हस्तक्षेप कर पदोन्नति सहित अन्य मांगों का समाधान करने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि राजस्व निरीक्षक संघ परिषद का घटक और सक्रिय संगठन है, ऐसे अगर समस्याओं का समय रहते समाधान नही किया जाता तो बाध्य होकर परिषद को राजस्व निरीक्षकों के आन्दोलन में शामिल होना पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा शासन की इस तरह की अनदेखी से आन्दोलन पनपते है और यह चिन्ता का विषय है। संचालन कर रहे संघ के महामंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा कि समय से पदोन्नति न होने से राजस्व निरीक्षको में कुन्ठा तथा उनके सम्मान के साथ आर्थिक हानि भी हो रही है। इस बैठक में राजेन्द्र सिंह, गजेन्द्र सिंह, उपाध्यक्ष,राजकुमार सिन्हा,राकेश चन्द्र,राजीव त्यागी,संजय कुमार,हरेन्द्र पाल सिंह,राकेश कुमार शर्मा,सुरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, महेन्द्र प्रताप सिंह सहित लगभग पूरे प्रदेश के जनपदीय अध्यक्ष एवं महामंत्री उपस्थित थे।