केरल यात्रा के दूसरे दिन कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपने चिर परिचित अंदाज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेते हुए राहुल गांधी के निशाने पर प्रधानमंत्री मोदी ही थे। राहुल गांधी ने कहा कि मनरेगा की गहराई को भी प्रधानमंत्री आज तक नहीं समझ सके। राहुल गांधी अपनी यात्रा के दौरान मनरेगा से जुड़े लोगों से भी मुलाकात कर रहे थे।

कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए वायनाड में राहुल गांधी ने कहा कि यूपीए सरकार ने संकल्पित, विकसित सोच के साथ मनरेगा लागू किया था। इसका उद्देश्य लोगों के जीवन स्तर को उठाना था। कांग्रेस सरकार के समय में मनरेगा से ना केवल रोजगार मिला बल्कि जीवन का स्तर भी सुधरा। पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ना तो मनरेगा की गहराई को समझ सके और ना ही इसको अनुपालन सही से करवा पाए। राहुल गांधी ने कहा कि जब मैंने लोकसभा में प्रधानमंत्री को मनरेगा के खिलाफ बोलते हुए सुना तो मैं चौंक गया था। उन्होंने इसे कांग्रेस की विफलताओं का जीवंत स्मारक बताया था। उन्होंने इसे राजकोष पर एक बोझ बताया था।
इससे मुझे एहसास हुआ कि प्रधानमंत्री वास्तव में मनरेगा की गहराई को नहीं समझ पाए। राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना के दौरान इसी मनरेगा ने लोगों को रोजगार देकर जीवन बचाया। उस समय मनरेगा पर कोई सवाल नहीं उठाया गया।
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राहुल गांधी ने वायनाड दौरे के दौरान किसान बैंक का उद्घाटन किया। वह सुल्तान बाथेरी में यूडीएफ बहुजन संगम में भी शामिल हुए। यहां उन्होंने आरोप लगाया कि आज हमारे किसानों और कृषि को नजरअंदाज किया जा रहा है। किसानों को बिना किसी समर्थन के उनकी स्थिति पर छोड़ दिया गया है। सरकारों को हमारे किसानों और कृषि की रक्षा के लिए काम करना चाहिए।
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