भारत की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी यानी कांग्रेस ऐसा ही चिंतन के लिए एक शिविर का आोजन राजस्थान के उदयपुर में किया। हाल के विधानसभा चुनावों में पार्टी उन सभी पांच राज्यों में हार गई, जहां चुनाव हुए थे और पंजाब में अपनी सत्ता आम आदमी पार्टी के हाथों गंवा बैठी है। ऐसे में सोनिया गांधी की तरफ से पार्ची कार्यकर्ताओँ से कर्ज चुकाने की बात कही जा रही है। कांग्रेस के चिंतन शिविर को लेकर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने तंज कसा है। उन्होंने चिंतन शिविर, आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर अपनी राय रखी।
प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि उदयपुर में हुए चिंतन शिविर में यथास्थिति बनाए रखने और कांग्रेस नेतृत्व को कुछ और समय देने के अलावा कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। इसके साथ ही पीके नेगुजरात और हिमाचल प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार की भविष्यवाणी भी कर दी है। प्रशांत किशोर ने ट्वीटर पर लिखा कि उनसे बार-बार यही सवाल किया जा रहा था कि कांग्रेस के चिंतन शिविर पर उनकी क्या राय है। उन्होंने लिखा कि मेरे ख्याल से ये चिंतन शिविर कुछ भी सार्थक हासिल करने में विफल रहा है। ये केवल यथास्थिति को लंबा खींचने और कांग्रेस नेतृत्व को समय देने के अलावा कुछ और नहीं है।
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पीके ने तो यहां तक कह दिया है कि कांग्रेस ने चिंतन शिविर में कुछ भी सार्थक हासिल करने में विफल रहा है। गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भी पीके ने टिप्पणी की है। प्रशांत किशोर ने आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार होने की भविष्यवाणी की है।