कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और ग्रुप (जी-23) के सदस्य कपिल सिब्बल इन दिनों अपने बयानों को लेकर चर्चा में हैं। सिब्बल से पार्टी के ही कुछ नेता नाराज हैं।
दरअसल सोमवार को सिब्बल ने एक समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में कहा था कि कांग्रेस से गांधी परिवार को अलग हो जाना चाहिए। पार्टी को सबका कांग्रेस बनाने की जरूरत है न कि घर की कांग्रेस बनाना चाहिए। सिब्बल के इस बयान को लेकर मंगलवार को कांग्रेस के कई नेताओं ने नाराजगी व्यक्त की है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने सिब्बल के बयान पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्हें एहसान फरामोश तक कह डाला। चौधरी ने कहा कि सिब्बल इस समय भाजपा और आरएसएस की भाषा बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर सिब्बल राज्यसभा जाने के लिए इतने उत्सुक हैं तो उन्हें भाजपा से चले जाना चाहिए।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी सिब्बल के बयान की आलोचना की है । खेड़ा ने कहा कि सिब्बल को पार्टी की आलोचना करने के बजाय अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ना चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने सिब्बल के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि गांधी परिवार कांग्रेस के लिए प्राणवायु है। बिना गांधी परिवार के कांग्रेस अधूरी है। पार्टी का कार्यकर्ता गांधी परिवार के नेतृत्व में अपने आप को मजबूत पाता है।
उल्लेखनीय है कि आज जब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मीडिया ने सिब्बल के बयान पर सवाल पूछा तो वह बिना कुछ बोले ही निकल गए।