उत्तर प्रदेश में सातवें और अंतिम चरण में पूर्वांचल के 09 जिलों की 54 सीटों पर 07 मार्च को मतदान होगा और 10 मार्च को नतीजे आएंगे। सातवें ही चरण में मोदी के सियासी गढ़ वाराणसी और अखिलेश यादव से संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में भी चुनाव होना है, 2014 के लोकसभा चुनाव में जब से मोदी ने यूपी को अपनी कर्म भूमि बनाई है तब से बीजेपी को यहां (यूपी में) अभी तक हार का सामना नहीं करना पड़ा है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव की बात हो या फिर 2017 में हुए विधान सभा चुनाव की मोदी पार्टी के लिए जीत की गारंटी बने हुए हैं, 2022 में भी यदि बीजेपी सत्ता हासिल कर लेती है तो यूपी में मोदी की जीत का चौका लग जाएगा। बीजेपी के तमाम दिग्गज नेताओं के साथ-साथ मोदी और उनकी पूरी टीम ने यहां डेरा डाल रखा है। सातवें चरण के चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता है। सातवें चरण में ही अखिलेश के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में भी वोटिंग होना है।
अखिलेश के लिए सातवां चरण कितना अहम है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रमुख और संरक्षक मुलायम सिंह यादव भी 2022 के चुनाव के लिए दूसरी बार मीटिंग करने जा रहे हैं, इससे पहले तीसरे चरण में मुलायम मैनपुरी के करहल विधान सभा क्षेत्र में प्रचार करते नजर आए थे। जहां से अखिलेश स्वयं चुनाव लड़ रहे हैं। सातवां चरण कितना अहम है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी यहां प्रचार करने आई और अखिलेश के समर्थन में मोदी को खूब खरी-खोटी सुनाई। वाराणसी पहुंच कर ममता 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भी एजेंडा तय करना चाह रही थीं, ममता बनर्जी 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए गैर कांग्रेसी-गैर भाजपा के तीसरा मोर्चा खड़ा करना चाहती हैं और स्वयं को भावी पीएम के रूप में पेश करने का सपना पाले हुए है।
वहीं पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा पिंडरा विधानसभा क्षेत्र में जनसभा के जरिए मतदाताओं को संदेश देने की कोशिश करते नजर आएं। पिंडरा विधानसभा प्रत्याशी अजय राय के समर्थन में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा का यहां आना हुआ है। बसपा सुप्रीमो मायावती की सातवें चरण में प्रचार के लिए निकली। उन्होंने सपा भाजपा कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।