यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने उत्तर प्रदेश के दौरे को बीच में ही छोड़ दिया है. दिल्ली पहुंचते ही वह यूक्रेन संकट पर हाई लेवल मीटिंग करेंगे. बता दें कि दोनों देशों के बीच पिछले चार दिनों से जंग जारी है. रूस और यूक्रेन के बीच गुरुवार को युद्ध की शुरुआत हुई थी. इसके बाद से ही रूस की सेना यूक्रेन (Ukraine) में लगातार अंदर की ओर बढ़ती जा रही है. रूस ने यूक्रेन के 471 सैनिकों को गिरफ्तार करने का दावा भी किया है. इसके अलावा, रूसी सेना (Russian Army) ने कहा है कि उसके यूक्रेन के 975 सैन्य बुनियादी ढांचों को तबाह किया है.
उधर, यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि अब तक लड़ाई में लगभग 4,300 रूसी सैनिक मारे गए हैं. इसके साथ ही लगभग 146 टैंक, 27 विमान और 26 हेलीकॉप्टर को तबाह कर दिया गया है.
आज यूपी में पीएम मोदी की थीं 3 रैलियां
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आज यूपी में तीन बड़ी चुनावी रैली थी. बस्ती और देवरिया में रैली के बाद मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी रैली की. अपनी रैलियों में प्रधानमंत्री ने समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने सपा पर परिवारवाद करने का आरोप लगाया.
खार्किव पर हुआ यूक्रेनी सेना का कब्जा
जंग के बीच इस वक्त एक बड़ी खबर जो है वो ये है कि यूक्रेनी सेना ने खार्किव पर अपना कब्जा जमा लिया है. समाचार एजेंसी एएफपी ने यूक्रेन के स्थानीय गवर्नर के हवाले से जानकारी दी है कि यूक्रेन की सेना ने वापस से खार्किव (Kharkiv) पर अपना पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया है. खार्किव यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर माना जाता है. यह रूस की सीमा से 20 किलोमीटर की दूरी पर है. इससे पहले तक वे शहर के बाहरी इलाके में ही थे और उन्होंने शहर में घुसने की कोशिश नहीं की थी. रविवार को कई हवाई अड्डों, ईंधन केंद्रों और अन्य प्रतिष्ठानों पर हमले के बाद रूसी सेना रविवार को यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में दाखिल हुई.
राजा भैया की सपा मुखिया अखिलेश यादव को खुली चुनौती, वीडियो देखें क्या बोले रघुराज प्रताप सिंह
पुतिन ने रूस के परमाणु रोधी बलों को ‘अलर्ट’ पर रहने का दिया आदेश
यूक्रेन पर हमले के बाद पश्चिमी देशों के साथ तनाव बढ़ने के कारण रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश के परमाणु रोधी बलों को ‘अलर्ट’ पर रहने का आदेश दिया है. शीर्ष अधिकारियों के साथ हुई एक बैठक में पुतिन ने रविवार इस पर जोर दिया कि नाटो के प्रमुख सदस्य देशों ने ‘आक्रामक बयान’ दिए हैं और पश्चिमी देशों ने उन पर (पुतिन) तथा रूस के विरुद्ध कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं. पुतिन ने रूस के रक्षा मंत्री और ‘मिलिट्री जनरल स्टाफ’ के प्रमुख को आदेश दिया कि परमाणु रोधी बलों को ‘युद्ध संबंधी दायित्व के लिए तैयार रखा जाए.’