विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेताओं की ओर से दलित मुख्यमंत्री के चेहरे की बात को लेकर खूब हवा दिया गया, लेकिन चुनाव होने के बाद उन नेताओं को अब सुर बदलने लगे हैं।
प्रदेश की राजनीति में भाजपा कांग्रेस की ओर से एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर मतदान होने के बाद भी जारी है। जहां पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चुनाव से पहले दलित चेहरे को मुख्यमंत्री बनाने की बात कही थी वहीं दूसरी ओर अब अपने आप को मुख्यमंत्री का चेहरा बताते हुए भी बयान बाजी कर रहे हैं। ऐसे में आप सत्तारूढ़ भाजपा उनके इस बयान पर कांग्रेस को घेरने में लगी हुई है।
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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि इसका फैसला विधान मंडल के सदस्य करेंगे। सबकी सहमति जिस चेहरे को लेकर होगी उसे मुख्यमंत्री पार्टी बनाएगी।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता नवीन ठाकुर ने कहा कि हरीश रावत अपने बयान पर कायम नहीं रहते हैं, वह बाबा केदारनाथ की शरण में जाने के बाद वहां पर भी अपने आप को मुख्यमंत्री बनाने के लिए मन्नत मांग रहे थे।