नई दिल्ली/देहरादून. भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद से हटाकर पार्टी से बर्खास्त कर दिए गए हरक सिंह रावत की कांग्रेस वापसी की खबरों के बाद अचानक भाजपा में वापसी की खबरें आईं तो सियासी गलियारों में सनसनी फैल गई. इन खबरों को गलत बताते हुए हरक सिंह रावत ने न्यूज़18 से साफ कहा कि भाजपा में वापसी को लेकर कई चैनलों पर जो ख़बरें चल रही हैं, वो निराधार हैं. न्यूज़18 ने आज शुक्रवार सुबह भी बताया था कि इन खबरों में कोई दम नहीं है और अब खुद हरक सिंह रावत ने विस्तार से पूरे मामले पर बात करते हुए साफ कह दिया कि उनके पास कई विकल्प खुले हुए हैं.
हरक सिंह ने कहा, ‘मेरी वापसी को लेकर कोई बात भाजपा के साथ नहीं हुई. गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा जी का फोन ज़रूर आया था. उन्होंने मुझसे पूछा कि ये सब क्या हो गया, तो मैंने उन्हें बताया कि सोशल मीडिया पर ग़लत ख़बरें चलने के कारण भाजपा ने गलतफहमी में ऐसा गलत फैसला लेकर मुझे पार्टी से निकाल दिया. तब उन्होंने कहा कि वह पार्टी में इस बारे में बात करेंगे. बस इतनी ही बात हुई.’ हरक सिंह ने साफ तौर पर कहा कि अब अगर राष्ट्रीय नेतृत्व अपनी गलती मानेगा तो वह भाजपा में वापसी पर सोचेंगे. उन्होंने कहा कि वह पर्सनली बात करने को तैयार हैं लेकिन माफी मांगन जैसी कोई बात नहीं है.
‘हरीश रावत का कद पार्टी से भी बड़ा’
भाजपा से बर्खास्त किए जाने के बाद से ही करीब पांच दिनों से खबरें चल रही हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और उनके समर्थक हरक सिंह की कांग्रेस में वापसी के विरोध में हैं. हरीश रावत को लेकर हरक ने कहा उत्तराखंड में हरीश रावत का क़द पार्टी से भी बड़ा है. ‘मैं तो यहां तक कहूंगा कि भाजपा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात न करें तो यहां बाक़ी सभी नेताओं से उनका क़द बड़ा है.’
कांग्रेस का कब तक इन्तज़ार करेंगे हरक?
इस हफ्ते रोज़ यही खबर आ रही है कि कांग्रेस में हरक अब शामिल किए जाएंगे या तब, लेकिन अब तक कुछ नतीजा नहीं निकला है. इस पर हरक ने कहा, ‘मैं अब ज़्यादा इंतज़ार नहीं करूंगा. शनिवार शाम तक या रविवार सुबह तक मैं अपना फ़ाइनल निर्णय ले लूंगा. अगर कांग्रेस में मेरी जॉइनिंग होती है तो ठीक, नहीं तो मुझे मेरे पास और भी विकल्प हैं. मैं उस पर बात करूंगा परसों सुबह के बाद.