कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच घरेलू रेटिंग्स एजेंसी इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने घरेलू विकास दर (जीडीपी) ग्रोथ के अनुमान को घटा दिया है। रेटिंग्स एजेंसी ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की वजह से वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर 0.4 फीसदी घटकर 5.7 फीसदी रह सकती है, जो पहले 6.1 फीसदी का था।
एजेंसी के मुताबिक कोविड-19 के बढ़ते मामलों से लगने वाले प्रतिबंध अर्थव्यस्था के रिकवरी पर बुरा असर डालेंगे। इंडिया रेटिंग्स ने कहा कि ओमिक्रोन की वजह से चालू वित्त वर्ष की (जनवरी-मार्च) चौथी तिमाही की जीडीपी वृद्धि दर पर 0.4 फीसदी का असर देखने को मिल सकता है। वहीं, पूरे साल की जीडीपी में पिछले अनुमानों के मुकाबले 0.1 फीसदी की कमी आ सकती है, जो घटकर 9.3 फीसदी रह सकती है।
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एजेंसी का मानना है कि ओमिक्रोन के मामले लगातार बढ़ने के साथ ही कई राज्यों में बाजार परिसरों की क्षमता को कम करने, रात्रि और सप्ताहांत कर्फ्यू जैसे कई प्रतिबंध पहले ही शुरू हो चुके हैं, जो आर्थिक गतिविधियों को प्रभावित कर रहे हैं। हालांकि, रेटिंग एजेंसी ने कहा कि अब तक के संकेत बताते हैं कि संक्रमण मामूली है। ऐसे में रिपोर्ट में उम्मीद जताई गई है कि कोरोना की तीसरी लहर के थमने के बाद अर्थव्यवस्था बहुत तेजी से वापसी करेगी।