पंजाब चुनाव में महिलाओं को रिझाने के लिए राजनीतिक दलों ने बोली लगानी शुरू कर दी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री व आप के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने राज्य की महिलाओं को प्रतिमाह ₹1000 देने का ऐलान किया। जिसका कांग्रेश समेत अन्य सभी राजनीतिक दलों ने भारी विरोध किया। कांग्रेसके प्रदेश प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने खुद केजरीवाल की इस घोषणा का विरोध करते हुए इसे पंजाब की महिलाओं के स्वाभिमान के खिलाफ बताया था। अब सिद्धू ने महिलाओं को प्रतिमाह ₹2000 और 8 सिलेंडर 1 साल में फ्री देने की घोषणा की है।
सिद्धू की इस घोषणा के बाद कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु की पत्नी व पार्षद ममता आशु ने ट्वीट कर कहा की प्लीज हमारी बोली में लगाएं। यही नहीं उन्होंने अपने ट्वीट में यह भी कहा है कि महिलाओं को अगर राजनीतिक दल कुछ देना चाहते हैं तो उन्हें सामाजिक सुरक्षा व समानता का अधिकार दें तब ही उन्हें महिलाओं का हितैषी समझा जा सकेगा।
कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु की पत्नी ममता आशु के ट्वीट से राजनीतिक गलियारों में नई बहस फिर से छिड़ गई है। 4 दिन पहले कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु ने सिद्धू के खिलाफ सख्त टिप्पणी करते हुए कहा था कि सिद्धू को अभी कांग्रेस कल्चर की समझ नहीं है। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि कांग्रेस में पार्टी सर्वोपरि है और सभी फैसले पार्टी के स्तर पर ही लिए जाते हैं। ममता आशु के इस बयान के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने लुधियाना के सामने वालों में एक रैली के दौरान कहा कि पंजाब के कई मंत्रियों पर 1 से 2 हजार करोड़ के घोटाले के आरोप हैं और भाजपा उन्हें ईडी का डर दिखाकर पार्टी में शामिल करने की फिराक में है।
टिकट बंटवारे को लेकर सामने आया BJP का फॉर्मूला, इस रणनीति पर काम कर रही दिल्ली-MP से आई टीम
सिद्धू के इस बयान के बाद अब ममता आशु ने सिद्धू की घोषणा पर सवाल खड़े करते हुए तीखा प्रहार किया है। ममता आशु ने यह ट्वीट अरविंद केजरीवाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी व अलग-अलग मीडिया संस्थानों के ट्विटर हैंडल पर टैग किया है। गौरतलब है कि शहर में कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु के होर्डिंग्स से कांग्रेस का चुनाव निशान फिर से गायब होने लगा है। ममता के इस ट्वीट से सीधे-सीधे सिद्धू पर निशाना साधा गया है।