समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव के झूठ की सूची रोज लंबी होती जा रही है। विधान सभा चुनाव जैसे जैसे करीब आ रहे हैं, अखिलेश के झूठ भी बढ़ते जा रहे है, जिसका ताजा उदाहरण महिलाओं के खिलाफ अपराध के उनके झूठे आंकड़ें हैं।
उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री और योगी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मीडिया में अखिलेश यादव द्वारा दिये गए एक बयान पर यह तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति स्वयं मुख्यमंत्री रह चुका हो, वह सरकारी आंकड़ों को गलत पेश करे, यह शर्म की बात है।
एक समाचार पत्र में प्रकाशित एक खबर के अनुसार अखिलेश यादव ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के अनुसार वर्ष 2020 में उप्र में दुष्कर्म के 22,232 मामले और अपहरण के 11,057 मामले दर्ज हुए।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि सच इससे बिल्कुल अलग है। वर्ष 2020 में राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो द्वारा प्रकाशित काइम इन इण्डिया के अपराध आकड़ों के अनुसार बलात्कार के कुल 2,769 अपराध और अपहरण के कुल 9,109 मामले दर्ज होना दर्शाया गया है ।
राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के अनुसार शीर्षक के अन्तर्गत वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2020 में बलात्कार के मामलों में 42.5 प्रतिशत की कमी आयी है। इसी प्रकार अपहरण के मामलों में 2016 के सापेक्ष वर्ष 2020 में 29.9 प्रतिशत की कमी आयी है।
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उन्होंने कहा कि अखिलेश अब पेशेवर झूठों की श्रेणी में शामिल हो गए हैं। महिला सुरक्षा और महिला स्वाबलम्बन की दिशा में योगी सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदमों की प्रदेश के बाहर भी सराहना हो रही है लेकिन अखिलेश को सिर्फ जनता को सिर्फ गुमराह करना है।