भाजपा सरकार में नागरिकों के अधिकार सुरक्षित नहीं है। लोकतंत्र को खतरा है। भाजपा बार-बार झूठ बोलकर उसे सच बनाना चाहती है। वह चालाकी से सराबोर है। उसने न केवल नदियों को अपितु राजनीति को भी प्रदूषित कर दिया है। अब मौसम भाजपा के विरुद्ध है। जनता भाजपा से ऊब चुकी है और वह अब उससे निजात पाने तथा समाजवादी पार्टी को सत्ता में लाने के लिए संकल्पित है। यह बातें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कही।
उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा के चुनावों से प्रदेश का ही नहीं केन्द्र सरकार का भविष्य भी तय होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा का तथाकथित रथ जुगाड़ का है, जबकि समाजवादी रथ से जनआकांक्षाएं जुड़ी हुई हैं। समाजवादी पार्टी की विजय रथ यात्रा के पहिए रुकने वाले नहीं है। सपा की रैलियों में स्वतः स्फूर्त हजारों का जनसैलाब उमड़ रहा है।
यादव ने कहा कि भाजपा ने जनता को सिर्फ धोखा दिया है। दाम वही रखे गए लेकिन पांच किलों खाद बोरी से निकाल ली गई। बिजली दरें बढ़ा दी गई, महंगाई चरम पर हैं। किसान खेती का विज्ञान जानता है, उसको अपमानित किया जा रहा है। अपने हक की मांग करने पर उस पर जीप चढ़ा दी जाती है। किसानों की मौत के जिम्मेदार मंत्री को सरकार बर्खास्त नहीं करती है।
उन्होंने कहा कि भाजपा संस्कृत-संस्कृति का बड़ा राग अलापती है पर उसने उसको क्षति पहुंचाई है। संस्कृत भाषा को समाजवादी सरकार ने ही सम्मान दिया। सम्पूर्णानंद संस्कृत महाविद्यालय, वाराणसी के लिए समाजवादी सरकार में 50 करोड़ रुपये दिए थे।
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यादव ने कहा कि भाजपा को हार का भय सता रहा है। बौखलाहट में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है। उसके पूरे पांच साल विफलता के रहे हैं। अब उसके चंद दिन रह गए हैं। जनता भाजपा को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है। बस 2022 में मतदान का इंतजार है।