लखनऊ। कोरोना कालखंड में शहर के व्यापारियों, समाज सेवियों, स्वच्छता कर्मियों और पत्रकारों ने अपने-अपने व्यवसायों से अलग हटकर मानवता की जो सेवा की थी, वह अविस्मरणीय है। ऐसे ही कर्मवीरों को आज सहायक पुलिस आयुक्त गाजीपुर के कार्यालय में ‘कोरोना कर्मवीर योद्धा’ सम्मान से नवाजा गया। प्रशस्ति पत्र, शाल व फूलमालाओं से सम्मानित किए गए सभी कोरोना कर्मवीर इस अवसर पर अभिभूत देखे।
सहायक पुलिस आयुक्त गाजीपुर सुनील कुमार शर्मा ने कोरोना योद्धाओं को सम्मानित करते हुए कहा कि पिछले दिनों इस महामारी की भयावहता से न केवल लोगों की जान गई बल्कि तमाम लोगों को रोजी-रोटी से वंचित होकर भुखमरी का शिकार भी होना पड़ा। ऐसे कठिन समय में प्रशासन के साथ-साथ इन समाजसेवीयों की जिम्मेदारी भी बढ़ गई थी। यदि उस समय सभी ने समझदारी से काम न लिया होता तो स्थितियां ज्यादा भयावह होती। उन्होंने कहा कि लखनऊ की सड़कों पर उस समय विस्थापित लोगों का हुजूम निकल रहा था। ऐसे में इन कोरोना कर्मवीरों ने आगे बढ़ कर बिना किसी भेदभाव के सभी जरूरतमंदों की जो सेवा की, वह बेमिसाल थी। उन्होंने कहा कि संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है, ओमिक्रान की शक्ल में इसके वापस लौटने की सम्भावना बनी हुई है। ऐसे में सतर्क रहने की आवश्यकता है, सेनेटाइजेशन, मास्क और भीड़भाड़ से बचने की जरूरत है। उन्होंने सभी को निःस्वार्थ सेवाकार्य के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर लखनऊ व्यापार मंडल के नगर उपाध्यक्ष मनीष वर्मा, वरिष्ठ व्यापारी नेता शेखर कुमार, फैजाबाद रोड के वरिष्ठ महामंत्री अभिषेक चौहान, मुंशी पुलिया इकाई से सभाजीत वर्मा, मनीष सिंह गुरु, आनंद गुप्ता, हरीश चंद गुप्ता, राजू जायसवाल आदि समाजसेवीयों द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में विभिन्न क्षेत्रों के कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया गया।
बिहार के पूर्व सीएम मांझी का पंडितों पर विवादित बयान
सम्मानित होने वालों मेंवरिष्ठ पत्रकार राजीव शुक्ला, वरिष्ठ पत्रकार राजेश आनंद, वरिष्ठ पत्रकार रमेश सिंह, वरिष्ठ पत्रकार अवधेश सिंह, वरिष्ठ पत्रकार एवं उपजा लखनऊ उपाध्यक्ष अनुपम चौहान, अधिवक्ता मनीष वर्मा, डॉ. शोभित गुप्ता, समाजसेवी कीर्ति चौधरी, समाजसेवी राजशेखर सिंह, समाजसेवी इंद्रदेव मिश्रा, सपना फाउंडेशन की रचना वर्मा समेत अन्य समाजसेवियों को सम्मानित किया गया।