यूपी में चुनाव से पहले बनकर तैयार हुआ मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ऑफ इण्डिया

उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मुसलमानों का एक और संगठन बनकर तैयार हो गया है। चुनाव से पहले मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ऑफ इण्डिया बनकर तैयार हुआ है, जबकि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड पहले से ही बना हुआ है। बरेली में आज मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ऑफ इण्डिया की कार्यकारिणी की महत्वपूर्ण मीटिंग हुई, जिसमें मुसलमानों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। इसमें आतंकवाद से लेकर बाबरी मस्जिद तक का जिक्र किया गया।

बरेली के सिविल लाइन्स स्थित एक होटल में आज मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ऑफ इण्डिया की कार्यकारिणी की बैठक हुई। बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई, जिसमें बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता मौलाना शहाबुद्दीन रिज़वी ने कहा कि 1947 से लेकर आज तक किसी भी राजनीतिक दल ने मुसलमानों के बारे में नही सोचा। जिस वजह से मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ऑफ़ इण्डिया अब मुसलमानों की तालीम पर जोर देगा। साथ ही वक्फ की जिन मस्जिदों, मजारों, दरगाहों, मदरसों पर कब्जे है उन्हें मुक्त कराया जाएगा।

उन्होंने सरकार के लड़कियों की शादी 18 से 21 साल के फैसले पर कहा कि इस्लाम में 12 साल के बाद कभी भी शादी की जा सकती है। रही सरकार के फैसले के स्वागत की बात तो सरकार तो रोज कोई न कोई नया फैसला करती रहती है, इसलिए कब तक उसके फैसले का स्वागत किया जाए।

इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना यूसुफ़ अज़ीज़ी ने बरेली मंडल से आये लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि दहेज़ लेना और देना दोनों ही इस्लाम में हराम है। इसके अलावा शादियों में फिजूलखर्ची भी नहीं करनी चाहिए।

वहीं बेकसूर मुस्लिमों को जेल भेजने वाली हुकूमतों के ख़िलाफ़ गरजते हुए दरगाह-ए-आ़ला हज़रत के मौलाना शहाबुद्दीन रिज़वी ने कहा कि एक साजिश के तहत बेकसूर मुस्लिमों पर झूठे आरोपों को लगाकर गिरफ्तार किया जा रहा है। इस पर कोई बड़ा कदम उठाने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद उसी वक़्त रुक सकता है, जब सूफ़ी विचारधारा को बढ़ावा मिले अगर सूफ़ी विचारधारा कमज़ोर हुई तो मुल्क की सलामियत को ख़तरा बढ़ सकता है। इसलिए हुकूमतों को चाहिए कि खानकाही निज़ाम को अहमियत दे ताकि अमन बरक़रार रहे।

अरविंद केजरीवाल और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच ट्विटर वॉर! मुफ्त योजनाओं के लिए पैसे पर दिल्ली के सीएम ने दिया जवाब

बोर्ड के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष हाफ़िज़ नूर अहमद अज़हरी ने कहा कि मुसलमानों को सियासी ऐतबार से अबतक जो पार्टियां बेवकूफ बनाती आयी हैं अब वह जान लें कि मुसलमान अब कोई फ़ैसला जल्दबाजी में करने वाला नहीं। मौजूदा सियासत पर मुसलमान बहुत सोच समझ कर फ़ैसला करेगा।