नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी अभी दिल्ली दौरे पर हैं। दिल्ली दौरे के पहले दिन ममता बनर्जी की मौजदूगी में कांग्रेस के पूर्व नेता अशोक तंवर और कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद टीएमसी में शामिल हो गए हैं। राष्ट्रीय राजनीति में आने और पार्टी का देश भर में विस्तार करने के मकसद से टीएमसी का पार्टी तोड़ो अभियान जारी है। इसके लिए टीमसी कांग्रेस-बीजेपी और जनता दल (यूनाइटेड) समेत कई पार्टियों के नेताओं को निशाना बना रही है। इसी क्रम में ममता बनर्जी बीजेपी के सांसद और असंतुष्ट नेता सुब्रमण्यम स्वामी से आज दोपहर 3। 30 बजे मुलाकात करेंगी। उसके बाद ममता बनर्जी शाम 5 बजे पीएम मोदी से मुलाकात करेंगी।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में जीत के बाद ममता बनर्जी की पार्टी ने विस्तारवादी नीति अपनायी है और इसके लिए अलग-अलग राज्यों में टीएमसी का संगठन मजबूत करने में जुटी है, ताकि 2024 के लोकसभा चुनाव में वह एक मजबूत संगठन और पैन इंडिया मौजूदगी के साथ उतर सकें।
ममता के पक्ष में पहले भी उतर चुके हैं सुब्रमण्यम स्वामी
ममता बनर्जी की रोम यात्रा रद्द होने पर बीजेपी के राज्यसभा के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) ने मोदी सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए पूछा था कि ममता बनर्जी क्यों रोम जाने से रोका गया है ? आपको बता दें कि यह विवाद उस वक़्त शुरू हुआ जब ममता बनर्जी को केंद्र की मोदी सरकार ने अगले महीने रोम जाने के लिए अनुमति नहीं दी है। केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद ममता बनर्जी ने हमला बोला था। बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी लगातार बीजेपी सरकार पर निशाना साधते रहते हैं। कई बार वह आर्थिक मसलों पर पीएम मोदी को घेर चुके हैं।
ISIS से मिली गौतम गंभीर को जान से मारने की धमकी, पुलिस ने बढ़ाई घर की सुरक्षा
बीजेपी विरोधी नेताओं को एकजुट कर रही हैं ममता बनर्जी
ममता बनर्जी उन्हीं लोगों को जोड़ रही हैं जो कांग्रेस या दूसरी पार्टियों में किनारा कर दिए गए हैं या उपेक्षित है। बीजेपी में जो हार्ड कोर संघ की पृष्ठभूमि वाले लोग हैं वे तो टीएमसी में नहीं आएंगे, लेकिन सेक्युलर छवि वाले नेता जो एक दूसरे विकल्प की तलाश कर रहे हैं उन्हें टीएमसी एक प्लेटफॉर्म मुहैया करा रही है। यही सेक्युलर छवि वाले नेता पैन इंडिया टीएमसी की मौजदूगी के बाद 2024 में ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री पद के लिए दमदार उम्मीदवार घोषित कर सकते हैं।