सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर भाजपा और उसके शीर्ष नेताओं पर हमले जारी रखे हैं। ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मोदी ने एक रास्ता खोल दिया है कि अब आंदोलन से सबकुछ मिल सकता है।
उन्होंने तीन कृषि कानूनों की वापसी पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी जी ने काला कृषि बिल वापस कर नई क्रान्ति ला दिए। महंगाई अगर कम करना है तो आंदोलन करो। आप अच्छी शिक्षा चाहते हो तो आंदोलन करो। आप रोजगार चाहते हो तो आंदोलन करो। नौकरी चाहते हो तो आंदोलन करो। इन्होंने तो किसानों ने आंदोलन किया तो पीछे हट गए कि गलत निर्णय है। कहाकि यह तो अपनी गलती का एहसास कर रहे हैं।
ओमप्रकाश राजभर ने आरोप लगाया है कि आजमगढ़ में अमित शाह और सुल्तानपुर में मोदी जी की सभाओं में हजारों बसों में लादकर सरकारी कर्मचारियों को लाया गया। जबकि एक समय था कि मोदी का नाम सुनकर भीड़ खिंची चली आती थी और अब भीड़ उनकी सभाओं से भाग रही है। जबकि 27 अक्टूबर और 16 नवम्बर को अखिलेश यादव और हमारी सभाओं में लोग स्वतः आ रहे हैं। दिन तो दिन रात में भी अखिलेश और ओमप्रकाश को चाहने वाले लोग सभा में जुट रहे हैं। इससे घबराकर ही तीनों कृषि कानून वापस लिया गया है। यूपी चुनाव में हार का डर भी है। क्योंकि इन्हें पता है कि 2022 में यूपी गया तो 2024 में देश भी इनके हाथ से चला जाएगा।
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श्री राजभर ने सवाल करते हुए कहाकि क्या आंदोलन के दौरान शहीद किसानों को जिंदा कर देंगे। किसानों को शहीद का दर्जा दें। सरकार एक सरकारी नौकरी दे। काले कृषि कानून के विरोध में जो थे, उन पर जितने मुकदमे हुए हैं, उसे वापस ले सरकार। किसानों पर गाड़ी चढ़ाकर मारने वाले के पिता को मोदी अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें।