पूर्व मुख्यमंत्री व सपा मुखिया अखिलेश यादव के चिलम बाज बाबा वाले बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा है कि अखिलेश यादव का यह बयान भगवा का अपमान है। हिंदू धर्म का अपमान है। संत महात्माओं का अपमान है। स्वतंत्र देव सिंह ने बुधवार को कहा कि जो लोग अपने पिता, अपने चाचा और उन लोगों के नहीं हुए जिन्होंने पार्टी को खड़ा करने में अपना जीवन खपा दिया है, जिनकी ऐसी प्रवृत्ति बन चुकी हो, उनसे संस्कार की कोई अपेक्षा नहीं की जा सकती है। इसलिए उनकी बातों को हमें गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। इसका जवाब उन्हें जनता दे चुकी है और आगे भी देगी।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि सपा हो, चाहे कांग्रेस या फिर बसपा, इन लोगों ने हमेशा भगवा का अपमान किया है। संत, ऋषि, मुनि, महात्माओं का अपमान किया है। यहां तक की कांग्रेस और सपा के लोग लोगों ने गिरफ्तारी भी करवाई है। हिंदू धर्म का अपमान करते हैं। अपने को हिंदू कहने में शर्म महसूस करते हैं। इस तरह से सपा हो या कांग्रेस इन लोगों ने भगवान राम को भी नकारा है। उनके अस्तित्व को भी नकारा है। इसीलिए इन लोगों की यह दुर्दशा हुई है। वास्तव में राजनीतिक क्षेत्र में संस्कार लेना चाहिए, संस्कार देना चाहिए लेकिन इन लोगों के पास संस्कार है ही नहीं।
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि जो अपने पिता का नहीं हुआ, अपने चाचा का नहीं हुआ, अपने परिवार का नहीं हुआ, उनको अपमानित किया। जिन लोगों ने उनका सहयोग किया, पार्टी को खड़ा करने में अपना जीवन लगा दिया, आज उन लोगों को वह दरकिनार कर रहे हैं। किसी का सम्मान नहीं करते हैं। यह उनकी प्रवृत्ति बन चुकी है। उनकी ऐसी बातों का हमें संज्ञान नहीं लेना चाहिए।
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उल्लेखनीय है कि अखिलेश यादव ने अपनी रथयात्रा के दौरान कहा है कि जब तक चिलम वाले बाबा रहेंगे प्रदेश का विकास नहीं होगा, जब तक एक रंग वाले रहेंगे तब तक विकास नहीं होगा। माना जा रहा है उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला है। भाजपा ने इसे भगवा और साधु संतों का अपमान करार दिया है।