उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल है और सभी राजनीतिक पार्टियां अपना-अपना वोट बैंक मजबूत करने में जुटे हैं। उत्तर प्रदेश कि सियासी लड़ाई फिलहाल महंगाई, सड़क, बेरोजगारी और शिक्षा पर नहीं बल्कि जिन्ना पर लड़ी जा रही है।
हैरानी तो इस बात की है कि क्या पक्ष क्या विपक्ष दोनों इस लड़ाई में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। उत्तर प्रदेश के चुनाव में मोहम्मद अली जिन्ना का जिक्र बार-बार हो रहा है और ऐसी सूरत में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने एक बड़ा बयान दिया है। केरल के राज्यपाल ने कहा है कि जिन्ना के दादा मुसलमान थे ही नहीं। उन्होंने कहा कि जिन्ना के पिता भी पक्की उम्र में मुसलमान हुए थे।
जिन्ना के पिता ने बड़ा होने पर मुस्लिम धर्म स्वीकार किया
सिगरा के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय राजनीति में मुस्लिम राजनीति के ऊपर एक सवाल-जवाब का सत्र चल रहा था। इसी दौरान वरिष्ठ पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर एक सवाल किया। सवाल का जवाब देने के दौरान आरिफ मोहम्मद खान ने बड़ी बात कहते हुए कहा कि जिन्ना के दादा मुसलमान नहीं थे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिन्ना के पिता भी बाद में कनवर्ट हुए। बड़े होने पर उन्होंने मुस्लिम धर्म स्वीकार किया था।