मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को विधानसभा में विपक्षी भाजपा पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि विपक्षी नेता लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान नहीं करते हैं।
ममता ने किसी का भी नाम लिए बगैर कहा कि अच्छे दिन लाने के वादे किए गए थे लेकिन बुरे दिन आ गए हैं। विपक्ष के नेता विधानसभा को विधानसभा नहीं समझते। उनकी जब मर्जी करती हैं विधानसभा में आते हैं, नहीं तो नहीं आते। आज नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण के दौरान भी विपक्ष के विधायक अनुपस्थित हैं। ममता ने दावा करते हुए कहा कि हम जो भी वादा करते हैं, उसे पूरा करते हैं और इसीलिए लोगों का भरोसा हमारे ऊपर कायम है।
आंसू दे गया हमीदिया हादसा, चारों ओर अफरा-तफरी और रोते- बिलखते परिजन
भाजपा ने किया शपथ ग्रहण का बहिष्कार
विधानसभा में आज नवनिर्वाचित चारों विधायकों के शपथ ग्रहण के दौरान नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी समेत भाजपा के अन्य विधायक अनुपस्थित रहे। मंगलवार को शुभेंदु अधिकारी ने स्पष्ट कर दिया था कि तृणमूल कांग्रेस की सरकार स्थापित प्रक्रियाओं को नहीं मानती है। शपथ ग्रहण अथवा किसी भी विशेष कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष को आधिकारिक तौर पर आमंत्रित किया जाता है लेकिन यहां लोकतांत्रिक व्यवस्था का कोई मतलब नहीं रह गया है। इसलिए शपथ ग्रहण का बहिष्कार किया गया है।
इससे पहले सोमवार को शुभेंदु ने आरोप लगाया था कि विधायकों के शपथ ग्रहण को लेकर उन्हें आधिकारिक तौर पर आमंत्रण नहीं मिला है। हालांकि उनकी आपत्ति के बाद विधानसभा सचिवालय की ओर से बाद में उन्हें आमंत्रित किया गया था।