त्रेतायुग में लंका के राजा रावण ने माता सीता को जिस अशोक वाटिका में कैद करके रखा था, उस अशोक वाटिका का पत्थर अब श्रीलंका के भारत आ गया है। दरअसल, श्रीलंका के राजदूत दो मंत्रियों के साथ अशोक वाटिका का पत्थर लेकर अयोध्या में राम लला के दरबार पहुंचे। यहां पर उनका स्वागत अयोध्या के राजा विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र एवं ट्रस्ट के महामंत्री ने किया।

अशोक वाटिका में ही कैद थी माता सीता
श्रीलंका के राजदूत ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय के नेतृत्व में रामलला दरबार में शिला को समर्पित किया। गुरुवार की दोपहर रामलला दर पर पहुंचे सभी लोगों ने रामलला की आरती उतारी। इस अवसर पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ। अनिल मिश्रा, सांसद लल्लू सिंह, नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, अयोध्या के वरिष्ठ संत समाज भी शामिल रहे।
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आपको बता दें कि हिन्दू ग्रंथों के अनुसार, लंका के राजा रावण ने माता सीता को अपहरण के बाद लंका स्थित अशोक वाटिका में ही कैद करके रखा था और और हनुमान ने इसी अशोक वाटिका में माता सीता को भगवान श्रीराम की मुद्रिका देकर अपनी पहचान दी थी।
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