राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रवक्ता व अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री नवाब मलिक ने नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर फिल्मी कलाकारों से ड्रग के नाम पर वसूली करने का आरोप लगाया है। नवाब मलिक ने कहा कि इस वसूली के लिए कोरोना कालखंड में समीर वानखेड़े और उनकी लेडीज डान बहन मालदीव और दुबई गई थी। उन्होंने कहा कि इसका फोटो वह बहुत जल्द सोशल मीडिया पर वायरल करेंगे।
नवाब मलिक ने कहा- एनसीबी फ़िल्मी कलाकारों को बना रही निशाना
नवाब मलिक ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया कि सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले के बाद एनसीबी ने फिल्मी कलाकारों को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया था। सिर्फ चार-चार हजार रुपये के मोबाइल चैट के आधार पर एनसीबी ने फिल्म जगत में दहशत बनाने के लिए फर्जी मामला बनाया है। साथ ही मामले न बनाए जाने के नाम पर बहुत से फिल्मी कलाकारों से रंगदारी वसूली गई है। इसी वसूली के लिए कोरोना के समय समीर वानखेड़े और उनकी बहन यास्मिन वानखेड़े दुबई तथा मालदीव गई थीं और वहां फिल्मी कलाकारों से रंगदारी वसूली गई थीं।
नवाब मलिक ने कहा कि समीर वानखेड़े के रंगदारी वसूली रैकेट में कुख्यात बदमाश और एक राजनीतिक दल के लोग भी शामिल हैं। मलिक ने कहा कि समीर वानखेड़े वसूली का रेट बढ़ाने के लिए सिर्फ फिल्म जगत को निशाना बना कर मामूली ड्रग बरामद करते हैं जबकि उनसे अधिक ड्रग राज्य सरकार की एंटी नार्कोटिक्स सेल ने बरामद किया है। मलिक ने यह भी कहा कि राज्य में एंटी ड्रग की भूमिका वास्तव में एंटी नार्कोटिक्स सेल निभा रही है जबकि समीर वानखेड़े के नेतृत्व में एनसीबी सिर्फ मामूली मात्रा में सिलेक्टिव लोगों को पकडक़र इवेंट मैनेजमेंट सिर्फ रंगदारी के लिए कर रही है।
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यास्मिन वानखेड़े ने कहा कि उनके भाई समीर वानखेड़े एक ईमानदार अधिकारी हैं और वे पूरी ईमानदारी से अपना काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे अपने भाई के साथ दुबई व मालदीव गई थीं, जो उनकी प्राइवेसी का मामला है। इस बारे में बात करने का अधिकार नवाब मलिक को नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि एक महिला को लेडीज डान कहना कहां तक उचित है?