कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन को लेकर दायर याचिका पर गुरूवार को सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्पणी की है। सुप्रीम कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलित किसानों ने आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है। दरअसल, यहां किसानों ने पुलिस द्वारा लगाई गई बैरीकेडिंग हटाकर दिल्ली की ओर कूच कर दिया है, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि हम दिल्ली जाएंगे और बताएंगे की रास्ता खुला है।
सुप्रीम कोर्ट के रुख के बाद किसानों ने खाली किया रास्ता
दरअसल, किसान आंदोलन के चलते बाधित दिल्ली की सड़कों को खोलने को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने गुरूवार को कहा कि किसानों को विरोध प्रदर्शन का अधिकार है, पर सड़कों को बंद नहीं किया जा सकता है। इस मसले का हल निकलना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद खबरें सामने आ रही थी की किसानों के गाजीपुर बॉर्डर खाली करना शुरू कर दिया है। हालांकि इन खबरों के बाद भारतीय किसान यूनियन का बयान सामने आया। किसान यूनियन ने ट्वीट कर लिखा कि यह पूर्णतया निराधार है ,हम यह दिखा रहे है कि रास्ता किसानों ने नहीं दिल्ली पुलिस ने बन्द किया है।
इस ट्वीट के पहले राकेश टिकैत की कुछ तस्वीरें देखने को मिली जिसमें वह पुलिस द्वारा लगाई गई बैरीकेडिंग हटाते नजर आए। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब हम दिल्ली जाएंगे और बताएंगे कि रास्ता खुला हुआ है। उन्होंने यह पूछने पर कि दिल्ली में कहां जाएंगे के सवाल पर बताया कि पार्लियामेंट जाएंगे जहां पर कानून बनता है। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने दिल्ली आने वाला रास्ता बंद किया हुआ है।
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सुप्रीम कोर्ट के सख्त रूख के बाद महीनों से दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे पर बैठे किसानों ने सर्विस रोड से बनाई अपनी झोपड़ी हटा दी है। कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली पुलिस इसे हटाने पहुंची थी। किसान नेता राकेश टिकैत ने नेशनल हाईवे 24 के दिल्ली-गाजीपुर मुर्गा मंडी की तरफ जाने वाली सर्विस लेन को खुद खुलवाया है। सबसे पहले किसानों ने इसी रास्ते को रोका था। जनता की सहूलियत के लिहाज से सर्विस लेन खोलने का फैसला किया गया है।