उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में अपराधियों पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। मेरठ में चोरी के वाहन काटने वाले कुख्यात कबाड़ी हाजी गल्ला की करोड़ों की सम्पत्ति को शनिवार को कुर्क कर लिया गया। ढोल बजाकर पुलिस प्रशासन ने इस सम्पत्ति को अपने कब्जे में लिया।
पुलिस ने ढोल बजाकर कबाड़ी की संपत्ति की कुर्क
मेरठ शहर के सोतीगंज में चोरी और लूट के वाहनों को काटने के धंधे पर पुलिस का हथौड़ा लगातार चल रहा है। पुलिस के शिकंजे से बचने के लिए 50 हजार रुपए के इनामी कबाड़ी हाजी गल्ला ने अपने चारों बेटों के साथ कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था। पुलिस रिमांड से बचने के लिए गल्ला ने बेहोश होने का नाटक किया था। हाजी गल्ला पर 30 से ज्यादा मुकदमे दर्ज है।
जिला मजिस्ट्रेट के. बालाजी ने हाजी गल्ला की सम्पत्ति को कुर्क करने का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस ने शनिवार को ढोल बजाकर कुर्की की कार्रवाई शुरू की। देहली गेट थाना क्षेत्र के पटेल नगर स्थित गल्ला की करोड़ों रुपए की कोठी की कुर्की की। इस कोठी की अनुमानित कीमत चार करोड़ रुपए है। कुर्की करने से पहले पुलिस ने इलाके में माइक से ऐलान किया।
पुलिस ने कहा कि हाजी गल्ला एक शातिर कबाड़ी है, जो चोरी के वाहनों को खरीद कर उन्हें काटकर बेच देता था। उसने चोरी के वाहनों को काटकर सामान बेचकर ही ऐसी संपत्ति इकट्ठा की है। जो भी इस सम्पत्ति को खरीदेगा या बेचेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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एएसपी सूरज राय ने बताया कि हाजी गल्ला 20 साल से वाहन चोरी और वाहन कटान की दुनिया में काम कर रहा था। मेरठ और दूसरे राज्यों में भी उसके खिलाफ मुकदमे दर्ज है। दूसरे कबाड़ियों के खिलाफ भी पुलिस कडी कार्रवाई कर रही है।