छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में तेज रफ्तार कार के दुर्गा विसर्जन करने जा रहे लोगों को कुचलने के मामले को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। भारतीय जनता पार्टी ने घटना के विरोध में शनिवार को जशपुर बंद रखने का ऐलान किया है। कलेक्टर रितेश अग्रवाल ने शुक्रवार देर रात मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान कर दिया है। इसके अलावा घायलों का सरकारी खर्च पर पूरा इलाज करने का आश्वासन प्रशासन ने दिया है।
जशपुर हिंसा में 16 घायल, चार की हालत बेहद गंभीर
घटना के बाद से ही जशपुर में तनाव का माहौल है। जुलूस को गाड़ी से कुचलने के आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। देर रात तक पत्थलगांव थाने के बाहर लोगों की भीड़ जुटी रही। कलेक्टर, एसपी समेत सभी आला अधिकारी घटना स्थल पर ही मौजूद रहे।
बताते चलें कि शुक्रवार दोपहर दुर्गा विसर्जन के लिए जा रहे एक जुलूस को गांजा से लदी कार ने श्रद्धालुओं को कुचल दिया था, जिसमें एक श्रद्धालु की मौत हो गई। घटना में 16 लोग घायल हो गए, जिनमें से चार की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।
जशपुर कलेक्टर रितेश अग्रवाल ने बताया कि गंभीर घायलों को इलाज के लिए रायगढ़ रिफर किया गया है। मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये की सहायता राशि प्रशासन की ओर से दी जाएगी। पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों की पहचान बबलू 21 साल और शिवपाल साहू 26 साल के तौर पर हुई है। दोनों ही मध्य प्रदेश के सिंगरौली निवासी हैं और गांजे की तस्करी कार में कर रहे थे। आरोपित ओडिशा से गांजा लेकर मध्य प्रदेश जा रहे थे।
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भाजपा ने लगाए गंभीर आरोप
भाजपा ने शनिवार को जशपुर बंद करने का आह्वान किया है। पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि- क्या अब धार्मिक जुलूस निकाल रहे लोगों को इसी तरह कुचला जाएगा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय ने मृतक के परिजनों को एक करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग की है।