उत्तर प्रदेश के जनपद लखीमपुर हिंसा मामले की जांच कर रही एसआईटी टीम गुरुवार को घटनास्थल पर पहुंचकर सीन को रिक्रिएशन किया। इस दौरान मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा समेत अन्य आरोपित मौजूद रहे। अभी एसआईटी अपनी छानबीन कर रही है।
एसआईटी की जांच के दौरान भारी पुलिसबल तैनात
जनपद में तीन अक्टूबर को हुए हिंसा में चार किसान समेत मारे गए आठ प्रदर्शनकारियों की मौत मामले में एसआईटी ने जांच में तेजी बढ़ाई है। गुरुवार को जेल में बंद तीन आरोपित अंकित दास, गनर लतीफ उर्फ काले और ड्राईवर शेखर भारती को रिमांड पर लेकर क्राइम ब्रांच कार्यालय पहुंची। जहां पहले से मौजूद आशीष मिश्र मोनू का आमना-सामना कराया गया। इसके बाद सभी आरोपितों को लेकर घटनास्थल पहुंचकर सीन को रिक्रिएशन कराया गया।
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एसआईटी टीम का नेतृत्व कर रहे डीआईजी उपेंद्र अगवाल, सहयोगी बाराबंकी पीएसी के सेनानायक आईपीएस सुनील कुमार सिंह, एएसपी अरुण कुमार सिंह, सीओ संजय नाथ तिवारी समेत भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। टीम अब इस बात का पता लगा रही है कि किस प्रकार से घटना घटित हुई है और कैसे इतने लोग मारे गए।
सड़कों पर भारी पुलिस तैनात
एसआईटी टीम आरोपितों को लेकर घटनास्थल पर पहुंची है, जहां वारदात का सीन रिक्रिएशन कराया गया। घटनास्थल से लेकर आने-जाने वाले रास्ते में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम है। जहां पर इन सभी आरोपितों को लाया जाना है, वहां पर पीएसी व पुलिस के जवानों की मुस्तैदी है। किसी भी बाहरी व्यक्ति के घटनास्थल पर प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।