बीते तीन अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर-खीरी जिले में हुई हिंसा सियासी गलियारों में चर्चा का मुख्य विषय बना हुआ है । इस हिंसक घटना को लेकर एक तरफ जहां विपक्ष हिंसा के दौरान मारे गए किसानों का साथ देते हुए बीजेपी को घेरने में लगी है । वहीं अब बीजेपी ने इस घटना के मृत बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए कदम बढाया है । दरअसल, बुधवार को यूपी के कानून मंत्री बृजेश पाठक तिकुनिया संघर्ष कांड में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिजनों से मिलने पहुंचे। जहां उन्होंने परिवार के सदस्य से बैठकर बात की, उनका हालचाल जाना और उन्हें हर संभव मदद देने की बात कही।

लखीमपुर हिंसा में हुई थी आठ लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक बुधवार को लखीमपुर खीरी पहुंचे, जहां वे पहले शुभम मिश्रा के परिजनों से मिले और उसके बाद वह हरिओम मिश्रा के परिजनों से मिलने पहुंचे। दोनों ही परिवारों से मिलने के बाद उन्होंने परिवारों को हर संभव मदद देने की बात कही। वहीं मामले में निष्पक्ष जांच की बात कही, उन्होंने कहा किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा। स्वयं मुख्यमंत्री पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं। हर छोटी-छोटी घटना पर शासन नजर रखे हैं। पुलिस को जांच तेज करने के लिए निर्देशित किया गया है पूरे घटनाक्रम की जांच एसआईटी कर रही है और जल्द ही दोषियों के खिलाफ कार्यवाही होगी।
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आपको बता दें कि बीते 3 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे ने कथित रूप से प्रदर्शनकारी किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी थी। इस हिंसक घटना में आठ लोगों की मौत हो गई थी। इनमें 4 किसान, 3 भाजपा कार्यकर्ता और एक पत्रकार शामिल थे। साथी किसानों की मौत से आहत प्रदर्शनकारी किसानों ने लखीमपुर में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। जिसके बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने उपजे बवाल को समाप्त करने के लिए किसानों के साथ समझौता किया था जिसमें सरकार सभी मृतक किसानों को 45 लाख रुपए का मुआवजा, आरोपियों की गिरफ्तारी और मामले की न्यायिक जांच कराने के लिए तैयार हो गई थी।
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