संजय गांधी पीजीआई में कार्यरत आहार विशेषज्ञ शिल्पी पाण्डेय ने कहा कि नवरात्रि में व्रत रखने वाले लोगों को इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) का ध्यान रखना आवश्यक है। व्रत से इम्यूनिटी पर असर पड़ता है और इस दौरान कोविड, डेंगू, वायरल फीवर जैसी संक्रामक बीमारी हो सकती है।
शिल्पी पाण्डेय ने कहा कि व्रत-उपवास के साथ अपनी सेहत का भी पूरा ख्याल रखना बहुत जरूरी है। वैसे भी यह मौसम में बदलाव का समय है, ऐसे में संक्रमण से बचाव करना भी एक चुनौती है। उपवास के दौरान फलाहार का ख्याल रखें और यह ध्यान रहे कि ऐसे में देर तक खाली पेट रहना और बाद में ओवर ईटिंग करना, दोनों स्थितियां शरीर को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
उन्होंने कहा कि शरीर में पानी की कमी न होने दें, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरुरी हैं। नारियल पानी भी पी सकते हैं। शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा प्राप्त होती रहे, इसके लिए सिंघाड़े का आटा, कुट्टू का आटा, समा चावल, राजगीरा, मूंगफली, साबूदाना, मखाना, दूध, दही, फल और कुछ सब्जियां जैसे- आलू, अरबी, कच्चे केले को खानपान में शामिल किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि व्रत के दौरान भी नियमित रूप से योग, प्राणायाम, व्यायाम, टहलना कर सकते हैं। यदि पहले से कोई बीमारी है तो उसकी दवा नियमित रूप से लेते रहें तथा चिकित्सक से सलाह लेतें रहें। व्रत के दौरान शुगर के रोगियों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि ज्यादा देर तक खाली पेट रहने से शुगर का लेवल कम हो सकता है। इसके लिए खाली पेट रहने से बचें। वैसे डायबिटिक के मरीजों को व्रत रखने से परहेज ही करना चाहिए।