बीते दिनों धान की खरीद को लेकर मोदी सरकार द्वारा सुनाए गए निर्देश के खिलाफ अब किसानों ने मोर्चा खोल दिया है। दरअसल, मोदी सरकार द्वारा दिए गए निर्देश के खिलाफ आक्रोश जाहिर करते हुए किसानों ने शनिवार को हरियाणा के करनाल में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के आवास का घेराव किया। हालांकि किसानों को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिसबल भी मौके पर तैनात रही। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच हिंसक झड़प भी देखने को मिला, किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया।
किसानों ने किया सीएम खट्टर के घर का घेराव
दरअसल, केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार ने हरियाणा और पंजाब से 11 अक्टूबर तक धान की खरीद ना करने के निर्देश जारी किए हैं। इसके पीछे केंद्र ने बारिश और नमी का हवाला दिया है। सरकार के इस फैसले के खिलाफ बयान देते हुए बीते दिन किसान नेता गुरनाम चढूनी ने बड़ी चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर 1 अक्टूवर से धान की खरीद न शुरू हुई तो अगले ही दिन से बीजेपी सरकार ने मंत्रियों के घरों का घेराव करेंगे।
इसी क्रम में शनिवार को किसानों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के घर की ओर कूच कर दिया। इस दौरान उन्होंने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरीकेडिंग को भी तोड़ दिए। आक्रोशित होते हुए किसानों को रोकने के लिए पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा। इसके अलावा पुलिस ने इन किसानों को रोकने के लिए वाटर कैनन का भी प्रयोग किया। प्रदर्शनकारी किसानों ने सिर्फ मुख्यमंत्री ही नहीं, बल्कि बीजेपी विधायक असीम गोयल के आवास के बाहर भी एकत्रित हुए। इस दौरान किसानों ने जमकर नारेबाजी भी की।
यह भी पढ़ें: प्रदर्शनकारी किसानों पर फिर मेहरबान हुए सीएम चन्नी, दिया एक और बड़ा उपहार
किसान कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान अब धान की खरीद में देरी को लेकर नाराज हैं। दरअसल, केंद्र सरकार की ओर से धान खरीद को 10 दिनों के लिए आगे बढ़ा दिया है। यानी की अब 11 अक्टूबर से खरीद करने का फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक बारिश की वजह से धान में नमी आ गई होगी, इसलिए थोड़ा सूखने के लिए खरीद की डेट आगे बढ़ाई गई है, जिससे नाराज किसानों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।