पंजाब के मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही चरणजीत सिंह चन्नी किसानों को एक के बाद एक तोहफा दे रहे हैं। अभी बीते दिनों जहां उन्होंने किसानों के बिजली और पानी का बकाया बिल माफ़ करने का ऐलान किया था। वहीं एक बार फिर सीएम चन्नी ने किसानों को बड़ा उपहार दिया है। दरअसल। चन्नी ने शनिवार को बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने उस सभी किसानों पर दर्ज केस वापस लेने के ऐलान किये हैं, जिन्हें धरना पदर्शन के दौरान रेलवे ट्रैक पर बैठने की वजह से आरपीएफ द्वारा किसानों के खिलाफ दर्ज किये गए थे। बताया जा रहा है कि इसके लिए चन्नी ने आरपीएफ को पत्र भी लिखा है।
चन्नी ने पहले भी दिए थे बड़े तोहफे
दरअसल, कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए किसानों ने रेल सेवा को बाधित करने के उद्देश्य से रेलवे ट्रैक पर धरना देना शुरू कर दिया था। इसका असर कई ट्रेनों पर भी पड़ा था। किसानों के इस कदम के खिलाफ आरपीएफ ने धरने में शामिल किसानों के खिलाफ केस दर्ज करवाया था। हालांकि अब चन्नी ने इन केसों को वापस लेने के लिए आरपीएफ को पत्र लिखा है।
इसके अलावा सीएम चन्नी ने कोरोना महामारी से माता-पिता खो चुकी लड़कियों के लिए आशीर्वाद स्कीम से इनकम लिमिट हटाने का भी ऐलान किया है। इसके साथ ही पंजाब में अब 1 जनवरी 2004 के बाद से सरकारी नौकरी में चयनित कर्मचारियों के लिए फैमिली पेंशन स्कीम को भी मंजूरी दे दी है।
इससे पहले चन्नी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद ऐलान किया था कि वे किसानों का बिजली बिल माफ करेंगे। वादे के मुताबिक, पहली कैबिनेट बैठक में चन्नी ने 2 किलो वाट तक बिजली बिल माफ करने का ऐलान किया। चन्नी ने कहा था कि पंजाब में 2किलोवाट कनेक्शन धारकों का बकाया बिजली बिल माफ किया जाएगा। इसके अलावा जिन लोगों का कनेक्शन काट दिया गया है, उनका कनेक्शन भी बहाल किया जाएगा। इससे 53 लाख परिवारों को लाभ मिलेगा।
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सीएम चन्नी ने अपनी पहली कॉन्फ्रेंस में कहा था कि पंजाब सरकार किसानों के साथ है। हम पंजाब के किसान को कमजोर नहीं होने देंगे। मैं किसानों के लिए कुछ भी करने को तैयार हूं। अगर किसानों पर आंच आई तो मैं अपनी गर्दन भी कटवा सकता हूं। मैं अपना सब कुछ न्योछावर करने को तैयार हूं। साथ ही उन्होंने केंद्र से कृषि कानून वापस लेने की मांग भी की थी।