पंजाब कांग्रेस को अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले तगड़ी कलह का सामना करना पड़ रहा है। इसी कलह का परिणाम है कि पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। वहीं बीते दिन उनके सियासी दुश्मन नवजोत सिंह सिद्धू प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि बात यहीं रुकी नहीं है, सिद्धू के इस्तीफे के बाद पंजाब कांग्रेस में इस्तीफों की झड़ी सी लग गई है। दरअसल, सिद्धू के इस्तीफे के बाद प्रदेश कांग्रेस के कई दिग्गजों ने अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है।
पंजाब कांग्रेस के इन दिग्गजों ने छोड़ दिया अपना पद
मिली जानकारी के अनुसार, सिद्धू के इस्तीफे के बाद पंजाब कांग्रेस में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है। दरअसल, सिद्धू के इस्तीफे के बाद पंजाब कांग्रेस के कोषाध्यक्ष इंदर चहल ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस के महासचिव योगेंद्र धींगरा कहां पीछे हटने वाले थे, उन्होंने भी अपने पद से त्यागपत्र देने में देर नहीं की। बात यहीं ख़त्म नहीं है, योगेंद्र धींगरा के बाद सिद्धू के समर्थन में गौतम सेठ ने भी महासचिव पद छोड़ दिया।
इस्तीफों का ये दौर यहीं नहीं थमा, सिद्धू का पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष पद छोड़ना चन्नी की नवनियुक्त कैबिनेट में शामिल रजिया सुल्ताना और परगट सिंह को भी रास नहीं आया और इन दोनों ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। आपको बता दें कि परगट सिंह और रजिया सुल्ताना दोनों को अभी हाल में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की कैबिनेट में शामिल किया गया था। इस्तीफा देने वाले ये सभी नेता सिद्धू के करीबी माने जाते रहे हैं।
यह भी पढ़ें: विश्व हृदय दिवस: कोरोना से उबरने के महीनों बाद भी दिल की धड़कन हो तेज तो हो जाएँ सचेत
आपको बता दें कि बीते दिन सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। यह इस्तीफा उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखते हुए दिया था। अपने इस पत्र में उन्होंने लिखा था कि किसी भी इंसान के चरित्र का पतन उसके किए समझौते की वजह से ही होता है। मैं कभी भी पंजाब के भविष्य और उसके हितों के साथ समझौता नहीं कर सकता। इसलिए पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देता हूं। मैं कांग्रेस की सेवा करना जारी रखूंगा।