पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के बाद नवजोत सिंह सिद्धू गुट द्वारा चुन चुन कर कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबियों को निशाना बनाने का सिलसिला जारी है।
कैप्टन के करीबियों ने उठाया बड़ा कदम
एक दिन पूर्व इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के दो चेयरमैन हटाए गए थे, जो कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी थे। उनके स्थान पर सिद्धू धड़े के लोगों को चेयरमैन लगा दिया गया था। उसी क्रम में आज सुबह ही चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली सरकार ने करीब एक दर्जन ओएसडी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। इसके साथ ही उन्हें एक पखवाड़े के भीतर ही सरकारी बंगले खाली करने के फरमान भी जारी किए गए हैं।
हालांकि हालात को देखते हुए पूर्व मुृख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के सलाहकार भरतइन्द्र सिंह चाहल, कैप्टन संदीप संधू, रवीन ठुकराल और मुख्य प्रमुख सचिव सुरेश कुमार ने तो नई सरकार की कार्रवाई से पहले ही त्यागपत्र दे दिया था। जिन्होंने इस्तीफा नहीं दिया था, उन्हें सरकार द्वारा आज विधिवत आदेश जारी कर रुखसत कर दिया गया।
इनमें ओएसडी एमपी सिंह, राजेन्द्र सिंह बाठ, बलदेव सिंह, अमृत प्रताप सिंह सेखों, नरेन्द्र भांबरी, दमनजीत सिंह मोही, गुरप्रीत सिंह सोनू, जगदीप सिंह सिद्वु, गुरमेहर सिंह, अंकित कुमार, करनवीर सिंह, विमल सुबलीं, मेजर अमरदीप सिंह और संदीप सिंह सन्धु का नाम शामिल है।
यह भी पढ़ें: आयुष्मान के तीन साल बेमिसाल, पात्र लाभार्थियों के 46 फीसद परिवारों तक बनायी पहुँच
इस बाबत सामान्य एवं राज प्रबंधक विभाग द्वारा सूचना भी जारी कर दी गई है। इसके अनुसार अब इन लोगों को कोई भी वेतन अथवा सुविधा नहीं मिलेगी । इन ओएसडी को कोठियां ओैर कारें आवंटित की गई थीं, जिन्हें वापस लेने के आदेश जारी किये गये हैं। इन्हें जो सुरक्षा मुहैया कराई गई थी, वह भी वापस ले ली गई है। कैप्टन के करीबी लोगों में से सिर्फ एक ओएसडी वीके गर्ग को बरकरार रखा गया है। गर्ग सेवामुक्त वित्तीय अधिकारी हैं।