उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ योगी सरकार ने शुक्रवार को भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थल मथुरा वृन्दावन को लेकर बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, शुक्रवार को योगी सरकार ने ऐलान करते हुए जन्मस्थल के 10 वर्ग किलोमीटर के दायरे को तीर्थस्थल घोषित कर दिया है। इसी के साथ ही इस क्षेत्र में मांस-मदिरा की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। बता दें कि तीर्थस्थल घोषित किये गए इन 10 किलोमीटर के इलाके में 22 नगर निगम क्षेत्र आते हैं।
योगी के कार्यालय से ट्वीट कर दी गई जानकारी
मुख्यमंत्री कार्यालय के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर इसकी जानकारी दी गई। सीएम कार्यालय से किये गए ट्वीट के मुताबिक, भगवान कृष्ण की जन्मस्थली के 10 वर्ग किलोमीटर के दायरे में आने वाले नगर निगम के 22 वार्डों को तीर्थस्थल घोषित किया गया है। इस घोषणा के बाद इस क्षेत्र में मांस-मदिरा की बिक्री प्रतिबंधित होगी।
योगी सरकार ने यह फैसला भगवान कृष्ण (गोपाल) से जुड़े ब्रज क्षेत्र में यहां हर साल आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के आस्था के सम्मान में लिया है।
पिछले महीने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा में ही जन्माष्टमी भी मनाई थी, जिसके बाद तीर्थस्थल घोषित किए जाने का यह फैसला काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जन्माष्टमी के कार्यक्रम में शामिल हुए योगी आदित्यनाथ ने कृष्ण जन्मस्थान पर पहुंचकर भगवान श्री कृष्ण के दर्शन किए थे।
मथुरा में मुख्यमंत्री ने कहा था कि पहले त्योहार में बधाई देने के लिए विधायक, मुख्यमंत्री यहां नहीं आते थे और जो पहले मंदिरों में जाने से डरते थे, वे अब कह रहे हैं कि राम मेरे हैं, कृष्ण भी मेरे हैं।
यह भी पढ़ें: दिल्ली हिंसा: अदालत ने उठाया बड़ा कदम, उमर खालिद सहित 18 आरोपियों को लगा तगड़ा झटका
आपको बता दें कि यूपी में तीर्थस्थलों के विकास का काम चल रहा है। अयोध्या, वाराणसी, मथुरा आदि में सुविधाएं पहले की मुकाबले बेहतर हो रही हैं। अयोध्या में डेढ़ साल पहले आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। माना जा रहा है कि साल 2024 से पहले तक अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा।