लखनऊ। पल्ल्व शर्मा
राजधानी में छोटे इमामबाड़े का गेट केन्द्रीय संरक्षित स्मारक है। 1842 में बना है। मोहम्मद अली शाह का मकबरा भी इसी में है।



हैरिटेज एक्टिविस्ट मोहम्मद हैदर एडवोकेट को इस बात को लेकर नाराजगी है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी गेट का जीर्णोद्धार नहीं पूरा किया गया है। आधा अधूरा काम कर छोड़ दिया गया। उनका कहना है कि यहां पुलिस चौकी बना दी गई है। ऐसे में उनका कहना है कि संरक्षित धरोहरों का बचाव और संरक्षण केवल कागजों में कब तक सीमित रहेगा।
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