बसपा सुप्रीमों मायावती ने विपक्ष के सुर में सुर मिलते हुए शुक्रवार को केंद्र सरकार द्वारा पारित कराये गए बिलों से असहमति जताते हुए ट्वीट किया है. उन्होंने ने कहा की किसानो से सम्बंधित बिल को पास करना सही नहीं है जब तक किसानो की संकाओ को दूर नहीं किया जाता है.
लखनऊ: बसपा सुप्रीमों मायावती का साथ विपक्ष को मिल गया शुक्रवार को सुबह केंद्र सरकार द्वारा पारित कराये गए इन बिलों से असहमति जताते हुए ट्वीट किया है संसद में किसानों से जुड़े दो बिल ,उनकी सभी शंकाओं को दूर किए बिना ही, कल पास कर दिए गए है। उससे बीएसपी बिलकुल भी सहमत नहीं है। मायावती ने कहा कि पूरे देश का किसान क्या चाहता है? इस ओर केंद्र सरकार जरूर ध्यान दे तो यह बेहतर होगा।
मायावती के साथ-साथ अन्य विपक्षी दल भी इन बिलों का विरोध कर रहे है. गुरुवार को ही अकाली दल की सांसद व खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफा देने के बाद अब बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भी इसके विरोध में अपने तेवर तीखे कर दिए है।
केंद्र सरकार ने किसानों से सम्बंधित तीन विधेयक पारित किए है। विपक्ष इन विधेयकों को किसान विरोधी बताते हुए जहां लामबंद है वहीं किसान भी इसके विरोध में आंदोलन कर रहें है। हालात इतने खराब हो गए है कि स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बिल के संबंध में सफाई देने के लिए सामने आना पड़ा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसानों को भरमाने में बहुत सारी ताकतें लगी हुई हैं। वो नहीं चाहते है की किसान आत्मनिर्भर बने.